सीएम ने दुर्ग को महानगरपालिका बनाने की बात तो की है, लेकिन इसकी गेंद मुख्यमंत्री ने जनता के पाले में डाल दी. उनका कहना है कि जनता जो चाहेगी वो जरूर होगा.
दुर्ग: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने शनिवार को इशारों-इशारों में कह दिया है कि दुर्ग को राज्य का पहला महानगरपालिका बनाया जा सकता है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दुर्ग जिले के दौरे पर थे. जहां उन्होंने अब एक नया संकेत दिया है. हो सकता है कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ का पहला महानगर पालिका दुर्ग जिले में ही बन सकता है क्योंकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुर्ग जिले की भौगोलिक और जनसंख्यात्मक दृष्टि से भलीभांति परिचित हैं. दुर्ग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का गृह जिला है. बता दें कि दुर्ग छत्तीसगढ़ का पहला ऐसा जिला है, जहां चार नगर निगम हैं और चारों नगर निगम के वार्डों को मिलाया जाए तो ढाई सौ से ऊपर वार्ड होते हैं.
दुर्ग में 250 से ज्यादा वार्ड
दुर्ग नगर निगम के 60 वार्ड, भिलाई नगर निगम के 70 वार्ड, रिसाली नगर निगम के 40 वार्ड, चरोदा नगर निगम के 40 वार्ड, कुम्हारी-अहिवारा के 20-20 वार्ड और जामुल के 20 वार्ड मिलाकर कुल 250 से ज्यादा वार्ड होते हैं. इसलिए बढ़ती हुई जनसंख्या और बढ़ते हुए घनत्व को देखते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि यदि पब्लिक डिमांड करें तो हो सकता है कि आने वाले समय में ये महानगरपालिका का रूप ले क्योंकि एक ही जिले में चार नगर निगम अपने आप में महानगर पालिका के बराबर है.
सीएम ने डाली जनता के पाले में गेंद
सीएम ने दुर्ग को महानगरपालिका बनाने की बात तो की, लेकिन इसकी गेंद मुख्यमंत्री ने जनता के पाले में डाल दी. उनका कहना है कि जनता जो चाहेगी वो जरूर होगा. बता दें कि महानगरपालिका के लिए कम से कम 200 वार्डों की आवश्यकता होती है. दुर्ग जिले के चारों नगर निगम और दो नगर पालिका परिषद को मिलाकर ढाई सौ से ज्यादा वार्ड जिले में होते हैं. बाकी ये तो आने वाला समय ही बताएगा कि कहीं 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस महानगरपालिका का दांव तो नहीं खेल रही है.