राजस्थान और हरियाणा की सीमा पर एक ऐसा घर है, जो कि दो राज्यों को समेटा हुआ है. इसके कमरे राजस्थान में हैं और आंगन हरियाणा में है. कमाल की बात ये है कि इस संयुक्त परिवार में रहने वाले चाचा हरियाणा के मूल निवासी हैं और उनका भतीजा राजस्थान का.
- दो राज्यों में खुलते हैं घर के गेट.
- कमरे राजस्थान में तो आंगन हरियाणा में.
- कोरोना काल में अलग-अलग नियम.
नई दिल्ली: हमारा देश कई मायनों में अनोखा है. यहां आपको कई राज्य के लोग मिलेंगे जिन्हें देखकर आपको बिल्कुल नया भारत दिखेगा. दरअसल राजस्थान और हरियाणा की सीमा पर एक ऐसा घर है, जो कि दो राज्यों को समेटा हुआ है. इसके कमरे राजस्थान में हैं और आंगन हरियाणा में है. कमाल की बात ये है कि इस संयुक्त परिवार में रहने वाले चाचा हरियाणा के मूल निवासी हैं और उनका भतीजा राजस्थान का.
दो राज्यों में खुलते हैं घर के गेट
आपको बता दें कि राजस्थान-हरियाणा की सीमा पर एक दायमा परिवार रहता है. जिनके घर के कमरे राजस्थान के अलवर जिले के भिवाड़ी में स्थित हैं तो आंगन हरियाणा के रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा में है. दोनों राज्यों की सीमा घर के बीच से ही गुजरती है. घर का एक दरवाजा राजस्थान में खुलता है तो दूसरा हरियाणा में.
एक ही घर में रहते हैं दो अलग-अलग राज्यों के चाचा-भतीजा
राजस्थान निवासी हवा सिंह दायमा भिवाड़ी नगर परिषद में पार्षद हैं और उनके चाचा कृष्ण दायमा हरियाणा की धारूहेड़ा नगर पालिका में पार्षद रह चुके हैं. हवा सिंह दायमा ने बताया कि उन्होंने बहुत पहले यहां प्लॉट खरीदा था जो आधा हरियाणा सीमा में था और आधा राजस्थान में. फिर उन्होंने यहीं पर घर बना लिया. अब संयुक्त परिवार मिल जुलकर रहता है. वे कई सालों से यहां रह रहे हैं तो उनके लिए यह सामान्य बात है. लेकिन जो भी कोई व्यक्ति उनके घर के बारे में पहली बार सुनता है वो हैरान हो जाता है.
घर के भीतर ही लगती है रोमिंग
दायमा परिवार के कुछ सदस्यों के आधार कार्ड व मूल दस्तावेज राजस्थान के हैं तो कुछ सदस्यों के हरियाणा के हैं. परिवार के 6 सदस्य राजस्थान के वोटर हैं और 6 सदस्य हरियाणा में सरकार चुनते हैं. इस घर में कभी राजस्थान का मोबाइल नेटवर्क आता है तो कभी हरियाणा का. पहले तो इस घर में रोमिंग भी लगती थी.
ये किस्सा कमाल है!
करीब पांच साल पहले इस घर में तेंदुआ घुस आया था. उस समय हरियाणा वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि तेंदुआ राजस्थान की सीमा में है. इसके बाद सरिस्का से वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए का रेस्क्यू किया गया. इसी तरह एक बार घर से भैंस चोरी हो गई थी जिसके बाद परिवार के सदस्यों को दोनों राज्यों की पुलिस के चक्कर काटने पड़े थे.
कोरोना काल में अलग-अलग नियम
हवा सिंह दायमा ने बताया कि उनका संयुक्त परिवार 1960 से यहां रह रहे हैं. हमें यह सामान्य लगता है. घर में मोबाइल नेटवर्क की परेशानी रहती है. कोरोना काल में एक हिस्से में राजस्थान तो एक हिस्से मे हरियाणा की गाइडलाइन का पालन करना पड़ता है.