Tuesday, May 7, 2024
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छत्तीसगढ़: प्रेम संबंध में ट्रांसपोर्टर की हत्या.. गायब होने के 33 दिन बाद विधायक का हस्तक्षेप, तब ढूंढा शव

रायपुर: उरला इलाके से 33 दिन पहले 25 सितंबर को गायब युवा ट्रांसपोर्टर वजाहुद्दीन का शुक्रवार को शव मिला है। गांजा तस्कर के भतीजे और उसके दोस्त ने चाकू गोदकर उसकी हत्या की और लाश रेलवे ट्रैक के किनारे सूनसान में दफ्न कर दिया था। ट्रांसपोर्टर युवक का गांजा तस्कर करीम लाला की बेटी से प्रेम संबंध था। इसी से नाराज होकर युवती के चचेरे भाई फिरोज खान ने अपने दोस्त विश्वनाथ राव के साथ मिलकर हत्या कर दी। मृतक बीरगांव के कांग्रेस पार्षद इकराम अहमद का भतीजा था।

वह जिस दिन गायब हुआ था। उसी दिन परिजनों ने गांजा तस्कर का नाम बताया था। लेकिन पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। जब वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने हस्तक्षेप किया, तब ट्रांसपोर्टर की हत्या का राज खुला। वजाहुद्दीन का करीम की बेटी से प्रेम संबंध था। करीम ने अपने भतीजे फिरोज से कहा कि वजाहुद्दीन को समझाए कि वह ऐसा नहीं करे। उसी के बाद 25 सितंबर की रात फिरोज ने अपने दोस्त के साथ मिलकर डब्ल्यूआरएस मैदान में वजाहुद्दीन की हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को घसीटकर सूनसान जगह पर दफ्न कर दिया। हत्या के बाद चाचा करीम लाला ने उन्हें चुप रहने काे कहा। पुलिस ने तीनों को आरोपी बनाया है।

विश्वनाथ, आरोपी

विश्वनाथ, आरोपी

फिरोज खान, आरोपी

फिरोज खान, आरोपी

करीम खान, आरोपी

करीम खान, आरोपी

परिजनों ने किया थाने का घेराव, हंगामा
शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। आक्रोशित परिजन और मोहल्ले वालों ने खमतराई थाना का घेराव कर पुलिस वालों के खिलाफ नारेबाजी। उसके बाद वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा थाने पहुंचे। उनके पहुंचने के बाद ही भीड़ शांत हुई। हंगामे के दौरान थाने में तनाव हो गया था। इस बीच थाने में तोड़फोड़ का हल्ला भी मच गया था।

16 माह पहले बेल पर छूटा है फिरोज
हत्याकांड का मुख्यम आरोपी फिराज खान 16 माह पहले ही हत्या के केस में जमानत पर छूटा है। बीरगांव निवासी वाजुद्दीन अहमद उर्फ बाबू (23) पिता के साथ ट्रांसपोर्ट का काम देखता था। वह 25 सितंबर की रात घर से पैदल निकाला था। उसके बाद वह घर लौटकर नहीं आया। देर रात में जब घर नहीं आया तो परिजनों ने उसे लगातार कॉल किया। उसका फोन बंद था। उसके साथियों से संपर्क किया। दूसरे दिन भी इधर-उधर तलाश की गई। जब बाबू नहीं मिला तो पुलिस में शिकायत की।

दो साल पहले भी पार्षद के भतीजे की हत्या
दो साल पहले कांग्रेस पार्षद और एमआईसी मेंबर अंजनी राधेश्याम विभार के भतीजे जतिन विभाग की हत्या कर शव को सूटकेस में डालकर कुंआ में फेंक दिया गया था। जतिन की डब्ल्यूआरएस में हत्या की गई और 10 किलोमीटर दूर अवंति विहार के सूनसान इलाके में फेंक दिया गया था। गुम इंसान रिपोर्ट लिखाने के 6 दिन बाद शव मिला था। उस समय में भी परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी। उन्होंने संदेहियों का नाम बताया था। शव मिलने से उस समय में भी सनसनी फैली थी।

जब से गायब हुआ, तब से रोज थाने गए संदेही का नाम भी बताया मगर… परिजनों का आरोप है बाबू का अपहरण कर हत्या की गई। बाबू जिस दिन गायब हुआ उसी रात पुलिस को संदेहियों के नाम बता दिए थे। पुलिस ने दो बार उन्हें बुलाकर पूछताछ की लेकिन सबकुछ इतने नार्मल तरीके से किया कि संदेहियों ने कुछ नहीं उगला। पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। उसके बाद भी लगातार थाने के चक्कर काटते रहे, संदेहियों के बारे में बताते रहे, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। हर तरफ से निराश होकर उन्होंने वरिष्ठ विधायक के माध्यम से एसएसपी से शिकायत की। उसके बाद संदेहियों को बुलाकर सख्ती से पूछताछ की गई, तब बाबू का पता चला। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब शिकायत आई थी, तब से जांच शुरू कर दी गई थी। इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा था। कॉल डिटेल निकाला जा रहा था।

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