वॉशिंगटन डीसी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को कहा कि इजराइल ने गाजा से पीछे हटने के लिए शुरुआती सीमा रेखा (Initial Withdrawal Line) के लिए सहमति जताई है।
ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर इसकी जानकारी दी। ट्रम्प ने इजराइल की वापसी को दिखाते हुए एक मैप भी शेयर किया। इसने उन्होंने पीली लाइन के जरिए बताया की इजराइली सेना पहले चरण में वहां तक पीछे हटेगी।
उन्होंने कहा, ये समझौता हमें 3 हजार साल पुराने संकट को खत्म करेगा। इससे पहले ट्रम्प ने हमास को शांति प्रस्ताव जल्द से जल्द मानने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर हमास ने लड़ाई जारी रखी तो उसके सभी विकल्प खत्म हो जाएंगे।
ट्रम्प के मैप के मुताबिक, यह शुरुआती वापसी रेखा (पीली लाइन) IDF की पुरानी कंट्रोल लाइन है। पिछले महीने IDF गाजा पर बड़े हमले कर आगे बढ़ी थी। फिलहाल IDF का गाजा के करीब 70% इलाके पर कब्जा है।
हमास ने अब तक इस प्रस्ताव पर औपचारिक सहमति नहीं दी है। सोमवार से मिस्र में इनडायरेक्ट बातचीत शुरू होने की उम्मीद है। अगर हमास इस योजना को मंजूरी देता है, तो ट्रम्प प्रशासन पहले चरण की वापसी और शांति व्यवस्था लागू करने की तैयारी करेगा।
मैप में क्या दिखाया गया है
- दक्षिण गाजा के राफाह और फिलाडेल्फिया कॉरिडोर जैसे इलाकों को इजराइल के नियंत्रण में दिखाया गया है, जहां सुरक्षा बल बने रहेंगे।
- उत्तरी गाजा में बेइत हनून के आसपास का इलाका भी इजराइली सुरक्षा जोन के रूप में दिखाया गया है।
- गाजा सिटी और उसके आस-पास के शरणार्थी शिविरों को नक्शे में ऐसे इलाकों के रूप में दिखाया गया है, जहां फिलहाल पूरी तरह वापसी नहीं होगी।
हमास ट्रम्प के प्लान पर गाजा प्रशासन छोड़ने को तैयार हुआ
ट्रम्प की धमकी के 6 घंटे बाद हमास गाजा में सीजफायर को तैयार हो गया था। हमास ने शुक्रवार रात ऐलान किया कि वह ट्रम्प के प्लान में बताए गए फॉर्मूले के मुताबिक सभी जिंदा और मुर्दा बंदियों को रिहा करने को तैयार है। साथ ही गाजा का प्रशासन छोड़ने को भी तैयार है।
हमास ने ट्रम्प के प्लान को लेकर कहा है कि राष्ट्रपति ट्रम्प की इस हफ्ते पेश की गई पीस डील के कुछ हिस्सों पर बातचीत जरूरी है। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक हमास की तरफ से जो जवाब आया है, उसमें हथियार डालने की बात नहीं की गई थी।
दरअसल, 29 सितंबर की रात इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से वॉशिंगटन डीसी में मुलाकात की थी। इसके बाद नेतन्याहू गाजा में सीजफायर पर सहमत हुए थे। ट्रम्प ने सीजफायर के लिए 20 पॉइंट का एक प्लान तैयार किया था।
ट्रम्प के सीजफायर प्लान के 20 पॉइंट
- तुरंत युद्ध रोकना- इजराइल और हमास के बीच सहमति बनी तो गाजा में युद्ध तुरंत खत्म होगा।
- इजराइल पीछे हटेगा- सहमति से इजराइल अपनी सेनाओं को धीरे-धीरे गाजा से निकाल लेगा।
- बंधकों को छोड़ना- हमास 72 घंटे में सभी इजराइली बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें जिंदा और मृत दोनों होंगे।
- कैदियों की रिहाई- युद्ध खत्म होने पर इजराइल, गाजा के उम्रकैद की सजा काट रहे 250 लोगों और अन्य 1700 कैदियों को छोड़ देगा।
- शवों का आदान-प्रदान – हर मृत इजराइली कैदी के बदले 15 मृत फिलिस्तीनी कैदियों के शव लौटाए जाएंगे।
- गाजा को आतंक मुक्त बनाना- गाजा से हमास के सारे ठिकाने और हथियार हटाए जाएंगे।
- हमास सरकार में शामिल नहीं होगा- हमास और अन्य लड़ाके गाजा की सरकार में हिस्सा नहीं लेंगे।
- अंतरिम प्रशासन समिति बनेगी- गाजा के लिए एक अस्थायी तकनीकी समिति बनाई जाएगी, जिसमें योग्य लोग होंगे।
- शांति बोर्ड बनेगा- इस बोर्ड की अध्यक्षता अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प करेंगे, इसमें टोनी ब्लेयर और अन्य देशों के नेता शामिल होंगे।
- पुनर्निर्माण योजना बनेगी- बोर्ड गाजा के विकास और सुधार की योजना बनाएगा और उसका खर्च उठाएगा।
- मानव सहायता दी जाएगी – गाजा को तुरंत पर्याप्त मदद दी जाएगी।
- विशेष व्यापार क्षेत्र बनेगा- गाजा में खास व्यापारिक क्षेत्र बनाए जाएंगे, जिससे रोजगार बढ़ेगा।
- रहने की आजादी मिलेगी- किसी को गाजा छोड़ने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा; जो चाहे जा सकता है और लौट सकता है।
- सुरक्षा के लिए फोर्सेस होंगी- एक अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल गाजा में सुरक्षा बनाए रखेगा।
- पुलिस की ट्रेनिंग होगी- सुरक्षा बल गाजा पुलिस को ट्रेनिंग देंगे और मदद करेंगे।
- सीमा सुरक्षा मजबूत होगी- इजराइल और मिस्र की सीमाओं पर सुरक्षा मजबूत होगी।
- लड़ाई बंद होगी- युद्ध खत्म होने तक हवाई हमले और गोलाबारी रोकी जाएगी।
- मानवाधिकार सुनिश्चित करेंगे- अंतरराष्ट्रीय संगठन गाजा में मदद और सुरक्षा की निगरानी करेंगे।
- शांति बातचीत शुरू होगी- इजराइल और फिलिस्तीन के बीच शांति के लिए बातचीत शुरू होगी।
- भविष्य की योजना बनेगी– इस योजना का मकसद गाजा में स्थायी शांति, विकास और बेहतर जीवन लाना है।
हमास 48 बंधकों को रिहा करेगा
हमास सभी 48 बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है। इनमें से 20 के जिंदा होने का दावा किया जाता है। बंधक सीजफायर लागू होने के 72 घंटे के भीतर रिहा किए जाएंगे और बदले में 2,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी सुरक्षा कैदियों और मारे गए गाजा वासियों के शव लौटाए जाएंगे।
इसके बाद इजराइल गाजा से अपनी वापसी का पहला फेज पूरा करेगा। बंधकों को तब ही रिहा किया जाएगा जब जरूरी परिस्थितियां तैयार हो जाएंगी। हालांकि हमास ने इन परिस्थितियों के बारे में और कुछ नहीं बताया है।
हमास के ऐलान के बाद ट्रम्प ने वीडियो जारी कर इस दिन को बहुत खास बताया है। उन्होंने कहा है अभी भी कई मुद्दों पर काम बाकी है। उन्होंने कहा कि वे बंधकों के जल्द से जल्द घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि बंधक जल्द से जल्द अपने माता-पिता के पास लौटें।
हमास हथियार छोड़ने को राजी नहीं
हमास ने कहा कि गाजा का प्रशासन किसी फिलिस्तीनी समूह को सौंपने को तैयार है। इसका गठन फिलिस्तीन लोगों की सहमति और अरब-इस्लामिक देशों के समर्थन से किया जाएगा।
हमास ने साफ किया है कि वह फिलिस्तीनी लोगों के भविष्य पर होने वाली चर्चा में शामिल होना चाहता है। संगठन ने कहा कि जनता के अधिकारों से जुड़े मुद्दे पर बहस हो।
हमास के पोलित ब्यूरो मेंबर मूसा अबू मरजुक ने अल जजीरा से कहा कि जब तक गाजा पर इजराइली कब्जा खत्म नहीं हो जाता, वह हथियार नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि हथियार के मुद्दे पर एक बार फिर से बातचीत होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘हम अपने हथियार भविष्य के फिलिस्तीनी राज्य को सौंप देंगे और जो भी गाजा पर शासन करेगा, उसके हाथ में हमारे हथियार होंगे।’

प्रमुख हमास लीडर मूसा अबू मरजूक (बीच में)।

(Bureau Chief, Korba)