दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में बेमौसम बारिश के कहर से कुम्हाररास में निर्माणाधीन पुल के पास बनाई गई बाइपास सड़क, और पुल ढह गया है। पिछले 8 घंटे से जिला मुख्यालय का किरंदुल, बचेली, कुआकोंडा समेत सुकमा जिले से संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। मार्ग बंद होने की वजह से एम्बुलेंस 108 भी जिला अस्पताल नहीं पहुंच पाई। जिससे 2 मरीजों की एम्बुलेंस के अंदर ही मौत हो गई है।
मंगलवार की रात तेज हवाओं के साथ जमकर बारिश हुई थी। जिससे आस-पास के कई छोटे नदी-नालों का जल स्तर बढ़ गया। दंतेवाड़ा से किरंदुल, बचेली, कुआकोंडा और सुकमा जाने वाले मार्ग पर कुहरारस के पास पुल निर्माण का काम चल रहा था। ठेकेदार ने मिट्टी-मुरुम की बाईपास सड़क और अस्थाई पुल का निर्माण करवाया था। पिछले कई दिनों से इसी से वाहनों की आवाजाही हो रही थी।
रात से मार्ग है बंद।
मंगलवार रात में हुई बारिश से बरसाती नाला उफान पर आ गया। जिससे पुल ढह गया। पिछले करीब 8 घंटे से मार्ग बाधित है। दुर्ग, रायपुर से दंतेवाड़ा के किरंदुल तक चलने वाली यात्री बसें फंसी हुईं हैं। बैलाडीला से आयरन लेकर रायपुर जा रही ट्रकों की भी लाइन लगी है। सुकमा से दंतेवाड़ा और दंतेवाड़ा से सुकमा जाने वाले राहगीर भी इस जाम में फंसे हुए हैं। सुबह से ही प्रशासन की टीम मार्ग को बहाल करने में जुटी हुई है।
कुछ इस तरफ फंसी हैं बसें।
108 में ही 2 मरीजों की हुई मौत
कुआकोंडा अस्पताल से 2 मरीजों को अलग-अलग एम्बुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल रेफर किया गया था। लेकिन मार्ग बाधित होने की वजह से 108 जिला अस्पताल नहीं पहुंच पाई। 108 कर्मी कुआकोंडा अस्पताल लौट रहे थे। हालांकि, समय में बेहतर उपचार न मिलने की वजह से 2 मरीजों ने दम तोड़ दिया। इनमें से एक शिक्षक थे जो गढ़मिरी गांव के रहने वाले थे। सड़क दुर्घटना में घायल हुए थे। वहीं दूसरी कुआकोंडा इलाके की एक महिला थी जो किसी बीमारी से जूझ रही थी।
वाहनों की लगी लंबीलंबी कतार।