वॉशिंगटन डीसी: अमेरिका ने शनिवार को पूर्वी प्रशांत महासागर में एक ड्रग तस्करी करने वाली नाव पर हवाई हमला किया, जिसमें तीन लोग मारे गए। अमेरिकी सेना ने रविवार को यह जानकारी दी।
यह सितंबर की शुरुआत से अब तक अमेरिकी सेना का ड्रग नावों पर किया गया 21वां हमला है। आंकड़ों के अनुसार, इन हमलों में अब तक 83 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के मुताबिक ये हमले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के आदेश पर हो रहे हैं।
ट्रम्प प्रशासन ने इन हमलों को अमेरिका में ड्रग्स सप्लाई रोकने के लिए जरूरी कदम बताया। न्याय विभाग ने इन हमलों को सही ठहराया है और कहा गया है कि इन ऑपरेशनों में शामिल अमेरिकी सैनिकों को मुकदमा चलाने से छूट मिलेगी।
बोट पर हमले की तस्वीरें…

अमेरिका ने शनिवार को पूर्वी प्रशांत महासागर में ड्रग तस्करी करने वाली नाव पर हवाई हमला किया।

हवाई हमले से बोट में आग लग गई, जिससे 3 लोगों की मौत हो गई।
अमेरिकी सेना ने हमले का वीडियो जारी किया
अमेरिकी दक्षिणी कमान ने रविवार को हमले का वीडियो भी सोशल मीडिया X पर जारी किया। वीडियो में विस्फोट दिख रहा है, जिससे नाव के परखच्चे उड़ गए।
हमले के तुरंत बाद बोट में आग लग गई। मारे गए लोगों की राष्ट्रीयता या पहचान की जानकारी नहीं दी गई।
ट्रम्प बोले- ड्रग तस्करी करने वाले पर स्ट्राइक की
इससे पहले ट्रम्प ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था, ‘मेरे आदेश पर अमेरिकी सेना ने ड्रग तस्करी करने वाले कार्टेल और नार्को टेररिस्ट पर स्ट्राइक की। ये लोग वेनेजुएला से नशीले पदार्थ अमेरिका की ओर ले जा रहे थे।’
अमेरिका ने 10 नवंबर को भी पूर्वी प्रशांत महासागर में दो संदिग्ध नावों पर हवाई हमला किया। अमेरिका के रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने बताया कि ये नाव ड्रग्स लेकर जा रहे थे। इसमें 6 लोग मारे गए थए।
हेगसेथ ने एक्स पर पोस्ट किया कि ये नावें आतंकवादी संगठनों से जुड़ी थीं और कोकीन तस्करी कर रही थीं।

अमेरिका ने 10 नवंबर को ड्रग्स ले जा रही नावों पर हवाई हमला किया था।
वेनेजुएला की ड्रग संगठन ‘कार्टेल डे लोस सोल्स’ आतंकवादी संगठन घोषित
अमेरिकी कांग्रेस के सांसदों, मानवाधिकार संगठनों और सहयोगी देशों ने इन हमलों की वैधता पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि युद्ध क्षेत्र से बाहर हमले करने का कानूनी आधार साफ नहीं है।
ट्रम्प प्रशासन का कहना है कि उसके पास पूर्ण कानूनी अधिकार हैं। विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने रविवार को वेनेजुएला की ड्रग संगठन ‘कार्टेल डे लोस सोल्स’ को ‘विदेशी आतंकवादी संगठन’ घोषित किया।
इससे अमेरिका में इस ग्रुप को किसी भी तरह की मदद देने वाला अपराधी माना जाएगा। अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि यह संगठन ‘ट्रेन डे अरागुआ’ नामक अपराधी समूह के साथ मिलकर अमेरिका में नशीले पदार्थ भेजता है।
ट्रम्प प्रशासन का दावा है कि वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो इस कार्टेल के नेता हैं, हालांकि मादुरो हमेशा इससे इनकार करते आए हैं। अमेरिकी अधिकारी मादुरो सरकार के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने पर विचार कर रहे हैं।
अमेरिका ने कैरेबियन सी में तैनाती बढ़ाई
अमेरिका ने कैरेबियन सागर में अपने वॉरशिप, लड़ाकू विमान और एक परमाणु पनडुब्बी तैनात कर रखी है। इससे इस क्षेत्र में तनाव बढ़ने की संभावना है। यह इस क्षेत्र में अमेरिका की अब तक की सबसे बड़ी सैन्य मौजूदगी है।
फोर्ड रविवार सुबह ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स के पास अनेगाडा पैसेज से गुजरा। इस स्ट्राइक ग्रुप में करीब एक दर्जन जहाज, 12,000 नाविक और मरीन, फाइटर जेट तथा गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर शामिल हैं।
प्रशासन का कहना है कि मिशन केवल ड्रग विरोधी है। क्षेत्रीय स्थिरता और समुद्री सुरक्षा पर हमलों के प्रभाव को लेकर सहयोगी देशों ने निजी तौर पर चिंता जताई है।

(Bureau Chief, Korba)




