वॉशिंगटन डीसी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने टाइम मैगजीन के कवर पर अपनी तस्वीर को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने इसे अब तक की सबसे खराब तस्वीर करार दिया।
ट्रम्प ने सोमवार को अपनी नाराजगी ट्रुथ सोशल पर जताई और कहा कि टाइम ने उनके बारे में अच्छा लेख लिखा है, लेकिन अब तक की शायद सबसे खराब तस्वीर लगाई है।
ट्रम्प ने आगे लिखा-
तस्वीर में मेरे बाल ‘गायब’ कर दिए गए हैं और सिर के ऊपर एक तैरती हुई अजीब सी चीज रख दी गई है जो एक छोटे से ताज जैसी दिखती है। यह बहुत अजीब है।
ट्रम्प ने कहा- मुझे नीचे वाले एंगल से तस्वीरें लेना कभी पसंद नहीं आया, लेकिन यह एक बहुत खराब तस्वीर है और इसे बताना जरूरी है। ताकि वे जाने सकें कि वे क्या कर रहे हैं।

तस्वीर को ट्रम्प की जीत के तौर पर दिखाया
टाइम मैगजीन के कवर पर लगी तस्वीर में राष्ट्रपति ट्रम्प आत्मविश्वास से आगे देखते हुए दिख रहे हैं और इसका शीर्षक है- हिज ट्रायम्फ यानी कि उनकी विजय।
इस स्टोरी को एरिक कॉर्टलेसा ने लिखा है। इसे मिडिल ईस्ट में ट्रम्प की जीत के तौर पर दिखाया गया है।
टाइम ने गाजा जंग रोकने पर ट्रम्प की तारीफ की
टाइम ने स्टोरी में लिखा है कि ट्रम्प का हमेशा से मानना रहा है कि ‘द आर्ट ऑफ द डील’ (समझौते की कला) से किसी भी मुश्किल को हल किया जा सकता है। वे 1987 में इस नाम से एक बुक भी लिख चुके हैं।
ट्रम्प का पक्का यकीन है कि हर संघर्ष चाहे वह कितना भी जटिल क्यों न हो उसे बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है। ट्रम्प ने इसे व्यापार और फिर राजनीति में आजमाया है।
इसलिए, जब उन्होंने अपने दूसरे कार्यकाल के कठिन चीजों में से एक इजराइल और हमास के बीच गाजा जंग को खत्म करने पर ध्यान लगाया तो उन्होंने इसके लिए किसी राजनयिक या जनरल की मदद नहीं ली।
ट्रम्प ने इसके बजाय इसके बजाय, ऐसे दो लोगों को चुना जो उनकी भाषा बोलते थे। पहले स्टीव व्हिटकॉफ, जो एक रियल एस्टेट डेवलपर से खास दूत बने। और दूसरे जेरेड कुशनर, उनके दामाद जिनकी मिडिल ईस्ट में बहुत पैठ है।
टाइम ने लिखा है कि यह इजराइल-हमास समझौता ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल की एक बड़ी उपलब्धि बन सकती है। यह मिडिल ईस्ट के लिए भी एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है।
पोप फ्रांसिस की तस्वीर देख नाराज हो गए थे ट्रम्प
ट्रम्प पहले भी टाइम मैगजीन पर नाराजगी जता चुके हैं। जब 2013 में पोप फ्रांसिस टाइम मैगजीन के कवर पर आए थे तो इससे ट्रम्प नाराज हो गए थे। उन्होंने कहा था कि यह मैगजीन एक मजाक है और बुरा स्टंट करती है।
ट्रम्प ने भविष्यवाणी की थी कि टाइम भी न्यूजवीक मैगजीन की तरह खत्म हो जाएगी। 3 साल बाद जब ट्रम्प पर्सन ऑफ द ईयर बने उन्होंने खुशी जताते हुए कहा था कि यह उनके लिए सम्मान की बात है। ट्रम्प ने कहा कि वह टाइम मैगजीन पढ़कर बड़े हुए हैं। यह बहुत अहम पत्रिका है।

यह तस्वीर 1989 में डोनाल्ड ट्रम्प की है, उसी साल उन्हें पहली बार टाइम पत्रिका के कवर पेज पर जगह मिली थी। ट्रम्प ने टाइम को दिए इंटरव्यू में कहा था कि दुनिया में कोई भी उनके जितना काम नहीं करता है।
ट्रम्प को टाइम के कवर पर 47 बार जगह मिली
ट्रम्प 47 बार टाइम मैगजीन की कवर पर जगह पा चुके हैं। 2 बार टाइम मैगजीन ने उन्हें पर्सन ऑफ द ईयर नामित किया है। वे पहली बार 2016 और दूसरी बार 2024 में राष्ट्रपति बनने के बाद पर्सन ऑफ द ईयर चुने गए।
ट्रम्प पहली बार 16 जनवरी 1989 को टाइम के कवर पर दिखे थे। मैगजीन का शीर्षक था- यह आदमी आपको ईर्ष्या से हरा सकता है या बस आपको नापसंद कर सकता है। दिखावा करना उसका खेल है… और ट्रम्प उसका नाम है।
साल 2017 में ट्रम्प ने दावा किया था कि वे सबसे ज्यादा बार टाइम मैगजीन की कवर पर आकर रिकॉर्ड बना चुके हैं। हालांकि उनका यह दावा गलत था। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन सबसे ज्यादा 55 बार टाइम के कवर पर आ चुके हैं।

पहले भी तस्वीर को लेकर नाराजगी जता चुके हैं ट्रम्प
यह पहली बार नहीं है जब ट्रम्प ने अपनी तस्वीर पर नाराजगी जताई है। इससे पहले भी वे ऐसा कर चुके है। इसी साल 24 मार्च को अमेरिका के कोलोराडो राज्य की विधानसभा में लगी अपनी पेंटिंग पर नाराजगी जताई थी।
ट्रम्प ने नाराजगी जताते हुए कहा था- कोई भी इंसान अपनी खराब तस्वीर या पेंटिंग पसंद नहीं करता। लेकिन कोलोराडो की राजधानी में राज्यपाल के आदेश पर मेरी जो तस्वीर लगाई गई है, उसे जानबूझकर बिगाड़ा गया है। यह बाकी सभी राष्ट्रपतियों की तस्वीर से भी बुरी है। इतनी घटिया तस्वीर शायद मैंने कभी नहीं देखी थी।

ट्रम्प की नाराजगी के बाद कोलोराडो के गवर्नर इस तस्वीर को हटाने का आदेश दिया था।
हवा में लहराते बाल वाली तस्वीर को फेक बताया था
ट्रम्प पहले कार्यकाल के दौरान 2020 में उत्तर कैरोलिना की यात्रा के बाद व्हाइट हाउस लौटे थे। इस दौरान जब वे मरीन वन हेलिकॉप्टर से उतरकर व्हाइट हाउस के दक्षिण लॉन से गुजर रहे थे, तब कई फोटोग्राफरों ने उनकी तस्वीरें खींचीं थीं।
इनमें से एक फोटो में उनके बाल हवा में लहराते हुए अजीब दिख रही थे। उनके चेहरे का नारंगी रंग, कानों और बालों के आसपास की हल्की त्वचा के बीच साफ अंतर दिख रहा था। इस वजह से तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी।

यह फोटो विलियम मून ने खींची थीं। बाद में AP और AFP जैसी न्यूज एजेंसियों ने इसे पब्लिश किया था।
ट्रम्प ने इसे फेक बताया था और दावा किया था कि ये फोटोशॉप की गई हैं। हालांकि मून ने कहा था कि तस्वीर असली है और उनमें कोई छेड़छाड़ नहीं की गई।

(Bureau Chief, Korba)