- नन्हें-मुन्हें बच्चों को खेल गतिविधियों में शामिल कर किया जा रहा है बौद्धिक विकास
- विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा बच्चों को सप्ताह में दो दिन अण्डा वितरण
- वजन सत्यापन करके गंभीर कुपोषित बच्चों को एनआरसी केन्द्र भेजा जा रहा है
जशपुरनगर: महिला बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा गृह भेंट करके पालकों को जागरूक किया जा रहा है और आंगनबाड़ी केन्द्रों में गर्म भोजन और नन्हें-मुन्हें बच्चों का बौद्धिक विकास के लिए खेल गतिविधियॉ भी कराई जा रही है। साथ ही विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा बच्चों को सप्ताह में दो दिन अण्डा दिया जा रहा है स्वास्थ्य विभाग की चिरायु टीम के द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों में जाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है और गंभीर बच्चों के लिए स्वास्थ्य सुविधा प्राथमिकता से उपलब्ध कराई जा रही है।
इसी कड़ी नागरपखना के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा बच्चों को विभिन्न गतिविधियों में शामिल किया गया है और बच्चे उत्साह से गतिविधियों में शामिल होकर पढ़ाई कर रहे हैं। कुनकुरी विकासखण्ड के गिनाबहार में भी बच्चों का वजन सत्यापन किया जा रहा है और गंभीर कुपोषित बच्चों को एनआरसी केन्द्र भेजा जा रहा है। तपकरा के आंगनबाड़ी केन्द्र माझापारा में भी बच्चें खेल विधि से पढ़ाई कर रहें हैं। गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को दूध, अण्डा और केला भी दिया जा रहा है। जशपुर विकासखण्ड के लोदाम में चिरायु टीम द्वारा बच्चों को स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और विभिन्न बिमारियों से प्रभावित बच्चों को चिन्हांकन किया गया है। बगीचा विकासखण्ड के भीतघरा आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों को गर्भ भोजन के साथ अण्डा भी दिया गया।