Thursday, May 2, 2024
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BCC News 24: Shocking News- आंख में घुसी जिंदा मक्खी तो महिला को अमेरिका से आना पड़ा भारत, डॉक्टर ने बिना एनेस्थीशिया के 10-15 मिनट में की सर्जरी

क्या आपने कभी यह सुना है कि अमेरिका में जब इलाज नहीं हुआ तो विदेशी शख्स को भारत में आकर सर्जरी करवाना पड़ा. सोशल मीडिया पर यह खबर जमकर वायरल हो रही है.

  • विदेशी महिला के आंख से निकाली गई मक्खियां.
  • भारत के इस डॉक्टर ने अमेरिकी महिला का किया इलाज.
  • बिना एनेस्थीशिया के 10-15 मिनट में सर्जरी.

हमने अक्सर ऐसा सुना है कि कुछ ऐसी बीमारियां या समस्याएं होती हैं, जिसके इलाज के लिए लोग विदेश जाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि किसी विदेशी शख्स ने भारत में आकर इलाज करवाया. अगर नहीं तो चलिए हम आपको एक खबर के बारे में बताते हैं. आंख में बॉट मक्खियां घुसने की दुर्लभ बीमारी से पीड़ित अमेरिकी महिला की सफल सर्जरी हुई.

हाल में अमेजन वन का दौरा करने वाली एक अमेरिकी महिला आंख में एक तरह के ऊतक संक्रमण मियासिस की दुर्लभ बीमारी से पीड़ित पायी गयी और यहां एक निजी अस्पताल में उसकी सफल सर्जरी हुई. अस्पताल अधिकारियों ने सोमवार को यह दावा किया.

विदेशी महिला के आंख से निकाली गई मक्खियां

अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान 32 वर्षीय महिला के शरीर से तकरीबन दो सेंटीमीटर के आकार की तीन जिंदा बॉट मक्खियां निकाली गयी. मियासिस मानव ऊत्तक में मक्खी के लार्वा का संक्रमण है. यह उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में होता है.

वसंत कुंज के फोर्टिस अस्पताल ने एक बयान में बताया कि अमेरिकी महिला दाहिनी आंख की ऊपरी पलक पर सूजन के साथ ही लाल चकते होने और दर्द की शिकायत लेकर आपात विभाग में आयी. उसने यह भी बताया कि उन्हें पिछले चार-छह सप्ताह से ऐसा महसूस हो रहा है कि उनकी पलकों के अंदर कुछ चल रहा है.

भारत के इस डॉक्टर ने अमेरिकी महिला का किया इलाज

अस्पताल में परामर्शक और आपात विभाग के प्रमुख डॉ. मोहम्मद नदीम ने कहा, ‘यह मियासिस का बहुत दुर्लभ मामला है. इन मामलों में तत्काल विस्तार से विश्लेषण की आवश्यकता होती है. अमेरिकी नागरिक एक यात्री हैं और वह दो महीने पहले अमेजन वन में गयी थीं. इसके बाद उनकी जांच की गयी.’

बिना एनेस्थीशिया के 10-15 मिनट में सर्जरी

एक बयान में कहा गया कि एनेस्थीशिया दिए बिना सभी एहतियात के साथ 10-15 मिनट में सर्जरी पूरी की गयी. इसके बाद महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. अस्पताल ने दावा किया कि भारत में ऐसे मामले ज्यादातर ग्रामीण इलाकों से और खासकर बच्चों में सामने आते हैं जहां बॉट मक्खियां नाक के रास्ते से या त्वचों के घावों के जरिए शरीर में प्रवेश करती हैं.

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