Monday, May 6, 2024
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अब युद्ध पर चर्चा: सेना के नाम पर राजनीति के बीच ‘बांग्लादेश मुक्ति युद्ध’ पर चर्चा करेगी कांग्रेस, छत्तीसगढ़ में रिटायर्ड ब्रिगेडियर प्रदीप यदु को आयोजन की जिम्मेदारी…

रिटायर्ड ब्रिगेडियर प्रदीप यदु ने लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की सदस्यता ली थी। वे चुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारक भी रहे।

  • वर्ष भर चलेंगे विजय उत्सव, गोष्ठियां और सभाएं होंगी
  • 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की 50वें वर्ष में आयोजन

रायपुर/ भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए सेना के नाम और सैन्य कार्रवाईयों का उपयोग करने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस अब युद्ध पर चर्चा करेगी। यह युद्ध 1971 का भारत-पाकिस्तान युद्ध होगा। इस साल इस युद्ध के 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस ने पूरे वर्ष भर ‘बांग्लादेश मुक्ति युद्ध’ का स्मरणोत्सव मनाने का फैसला किया है।

कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में सेना के हाइली डेकोरेटेड अफसर रिटायर्ड ब्रिगेडियर प्रदीप यदु को इस स्मरणोत्सव का संयोजक बनाया है। ब्रिगेडियर यदु कई महत्वपूर्ण लड़ाइयों में हिस्सा ले चुके हैं। रिटायर होने के बाद 2019 में उन्होंने राहुल गांधी के सामने कांग्रेस की सदस्यता ली थी।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने बताया, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने इस साल मुक्ति युद्ध का स्मरणोत्सव आयोजन के लिए समिति बनाई है। उसी के तहत छत्तीसगढ़ में भी आयोजन की तैयारी है। पूरे वर्ष भर स्कूलों, कॉलेजों में गोष्ठियां होंगी। सार्वजनिक उत्सव होंगे। सभाओं में 1971 के युद्ध में देश की जीत के नायकों को याद किया जाएगा। उस समय देश की परिस्थितियां क्या थीं, हमारे नेताओं ने उन परिस्थितियों और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बावजूद पाकिस्तान को युद्ध में कैसे मात दी, उसको इन आयोजनों के जरिए बताया जाएगा। इसका समापन 16 दिसम्बर को भव्य समारोह में होना है।

इंदिरा पर केंद्रित होंगी चर्चाएं

चंद्रशेखर शुक्ला मानते हैं, “बांग्लादेश मुक्ति युद्ध’ स्मरणोत्सव में सभी चर्चाएं तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर केंद्रित होंगी। शुक्ला ने कहा, उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने तमाम घरेलू और बाहरी परेशानियों के बावजूद दुश्मन के घर में घुसकर मात दी। उनके कुशल नेतृत्व में हमारे फौजियों ने पाकिस्तान को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर किया। 16 दिसम्बर 1971 को 90 हजार से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों ने हथियार डाले थे। आज हालात ऐसे हैं कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार चीनी घुसपैठ को बर्दाश्त भी कर रही है और देश से छिपा भी रही है।

युवाओं को जोड़ने की कोशिश

कांग्रेस नेताओं ने बताया, इन आयोजनों में युवाओं को जोड़ने की कोशिश है। भाजपा का प्रचार तंत्र यह बताने में लगा है कि कांग्रेस की सरकारों में हमारी कोई सैन्य उपलब्धि नहीं रही। इस आयोजन के जरिये युवाओं को कांग्रेस काल में सैन्य बलों की गौरवमयी उपलब्धियों से परिचित कराया जाएगा।

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