रायपुर में एक मां ने अपनी जान दे दी। बेटी से हुए विवाद ने जानलेवा रूप ले लिया। राजधानी के अंबेडकर अस्पताल में इस महिला का इलाज चल रहा था। गुरुवार की सुबह अस्पताल के टॉयलेट में महिला की लाश मिली। 10 नंबर वार्ड में मरीज और उनकी देख-रेख करने आए सभी रिश्तेदार सो रहे थे। तभी महिला धीरे से अस्पताल के टॉयलेट में गई और खुदकुशी कर ली। अब तक की जांच में ये बाम सामने आई है कि महिला का इसकी बेटी के साथ विवाद हुआ था इस वजह से 41 साज की ये महिला डिप्रेशन में थी।
जिस मिलती अस्पताल से छुट्टी मां ने उस दिन को मौत के लिए चुना
अंबेडकर अस्पता के टॉयलेट में फांसी लगाने वाली इस महिला का नाम सुनीता धीवर था। मंदिर हसौद थाना इलाके में एक गांव है धमधी, सुनीता वहीं की रहने वाली थी। 18 साल की बेटी के साथ सुनिता का आए दिन विवाद होता रहता था। झगड़ा किस बात को लेकर था ये महिला के घर वाले खुलकर नहीं बता रहे, हालांकि पुलिस इसे लेकर जल्द ही पूछताछ करेगी। अंदाजा लगाया जा रहा है कि मामला शायद बेटी के प्रेम संबंध का हो।
26 जून को मां-बेटी के बीच जबरदस्त विवाद हुआ। बेटी की जली-कटी बातें सुनकर मां का दिल भर आया। जिंदगी खत्म करने की नीयत से उसने जहर पी लिया। महिला की तबीयत बिगड़ी तो उसके पति मोहन धीवर ने उसे आरंग के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया। प्राथमिक उपचार के बाद महिला को रायपुर के अंबेडकर अस्पताल रेफर किया गया। यहां चले इलाके के बाद गुरुवार को ही दोपहर के वक्त सुनीता को डिस्चार्ज किया जाना था। ये बात उसे भी पता थी, मगर शायद सुनीता ने कुछ और ही तय कर लिया था। वो अपनी एक साड़ी लेकर टॉयलेट में गई। कचरे के डिब्बे पर चढ़कर साड़ी रोशनदान से बांधी और इसी पर फांसी लगा ली।