छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में साल 2021 का ये अगस्त महीना थोड़ी राहत और खुशियों भरा है। संक्रमण घटा है और रक्षाबंधन के त्योहार के बीच किसी तरह की पाबंदी शहर में नहीं है। साल का लगभग आधा वक्त लॉकडाउन के महीनों में बीतने के बाद अब रायपुर का बाजार पूरी तरह से खुला है। किसी भी तरह की पाबंदी नहीं है और यही वजह है कि बाजार में भीड़ बढ़ चुकी है और यही भीड़ कोविड-19 का खतरा लिए हुए है।
रायपुर के सदर बाजार, मालवीय रोड, गोल बाजार, बंजारी मार्केट, बैजनाथ पारा जैसे इलाकों में महिलाओं और बच्चों की भीड़ लगभग पिछले 1 हफ्ते से हर रोज शाम के वक्त जुटती है। खासकर कपड़ों की खरीदारी के लिए महिलाएं और बच्चे सड़कों पर निकलते हैं। रविवार को रक्षाबंधन का त्यौहार है और इसी वजह से यह भीड़ बाजार में नजर आ रही है।
पार्किंग की किल्लत।
दुकानदारों ने सड़क पर बढ़ा ली दुकान
गोल बाजार, मालवीय रोड, बैजनाथ पारा इलाके की यह समस्या काफी पुरानी है। त्योहारी सीजन आने के दौरान पहले से ही संकरे रास्तों पर दुकानदार अपना सामान फैला कर अपनी दुकान का दायरा बढ़ा लेते हैं। इस वजह से ट्रैफिक और भीड़ की समस्या भी बनती है। कोविड-19 में सबसे अहम सोशल डिस्टेंसिंग है बाजार की सकरी गलियां जोखिम भरी बन चुकी हैं। पिछले कुछ दिनों से मास्क की चेकिंग करने वाले और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने वाला नगर निगम का उड़नदस्ता भी बाजार से गायब है।
गोलबाजार का हाल।
रायपुर शहर में कोरोना
पिछले कुछ महीनों के मुकाबले नए संक्रमित मिलने वाले मरीजों की संख्या जरूर घटी है। लेकिन हर दिन मरीज जरूर मिल रहे हैं। 18 अगस्त की स्थिति में रायपुर में 8 नए मरीज मिले थे 19 अगस्त को 10 नए मरीज मिले और 20 अगस्त को 2 नए मरीज मिले। इस वक्त रायपुर में 44 एक्टिव मरीज हैं। जिनका होम आइसोलेशन और अस्पतालों में इलाज चल रहा है। अब तक रायपुर शहर में 3139 लोगों की मौत हो चुकी है जो प्रदेश में सबसे अधिक है।