Friday, May 17, 2024
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डेढ़ साल बाद स्कूलों में फिर लौटी रौनक: बच्चों और शिक्षकों पर सख्त रहा प्रबंधन; VIP मेहमानों के साथ शिक्षा मंत्री पहुंचे तो भीड़ में टूटी कोरोना गाइडलाइन…

आरडी तिवारी स्कूल के मुख्य द्वार पर स्कूल शिक्षा मंत्री का इंतजार करते बच्चे और शिक्षक।

रायपुर/ कोरोना संक्रमण की वजह से लंबे समय तक बंद रहे स्कूलों में अब फिर से रौनक लौटने लगी है। सरकारी और निजी स्कूलों में 10वीं-12वीं की कक्षाएं शुरू हो गई हैं। एक से 5वीं तक के लिए कुछ जिलों में पंचायत और पार्षदों की अनुमति से स्कूल खोले गए हैं। हालांकि 6वीं, 7वीं, 9वीं और 11वीं की कक्षाएं संचालित नहीं की जा रही हैं। संक्रमण की वजह से पिछले साल मार्च से ही स्कूल पूरी तरह बंद कर दिए गए थे।

हालांकि, इस साल फरवरी में 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए कुछ दिन के लिए स्कूल खोले गए थे। रायपुर में माना और लाखेनगर के स्कूलों के अलावा ज्यादातर स्कूल खुले। हालांकि, पहले दिन स्कूल आने वाले छात्रों की संख्या कम ही रही। स्कूल में सभी को स्क्रीनिंग के बाद ही एंट्री दी गई। एक स्कूल में स्कूल शिक्षा मंत्री समेत VIP मेहमान पहुंचे तो भीड़ के कारण काेराेना गाइडलाइन टूट गई।

आरडी तिवारी स्कूल में मंच से नीचे इस तरह भीड़ जमा हो गई थी।

आरडी तिवारी स्कूल में मंच से नीचे इस तरह भीड़ जमा हो गई थी।

स्कूल शिक्षा विभाग ने आमापारा स्थित आरडी तिवारी इंग्लिश मीडियम उत्कृष्ट विद्यालय को कक्षाओं की औपचारिक शुरुआत के लिए चुना था। यहां एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह आदि पहुंचे। बच्चों को इसके लिए सुबह से ही बुला लिया गया था। स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को फैंसी ड्रेस में बुलाया था। उनसे नेताओं-अधिकारियों का स्वागत कराया गया। शिक्षा मंत्री ने स्कूल के पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। बाद में एक छोटे से हॉल में बच्चों, शिक्षकों और दूसरे मेहमानों को बिठाकर भाषण दिए गए।

स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने छात्रों और शिक्षकों को संबोधित किया।

स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने छात्रों और शिक्षकों को संबोधित किया।

हॉल में भीड़ की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसे कई प्रोटोकॉल टूटे। करीब एक घंटे के इस कार्यक्रम ने स्कूली बच्चों में संक्रमण का खतरा बढ़ा दिया है। जिम्मेदार अधिकारियों का कहना था, यह औपचारिक शुरुआत थी, इसमें कोरोना नियमों का पालन करने की कोशिश हुई है। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा, आज से कुछ कक्षाओं की शुरुआत हो गई है। सब कुछ ठीक रहा और कक्षाओं की वजह से संक्रमण फैलने जैसी कोई दिक्कत पेश नहीं आई ताे दूसरी कक्षाओं के संचालन की भी अनुमति दी जाएगी। प्राइमरी स्कूल मार्च 2020 में बंद हुए थे। 10वीं-12वीं की कक्षाएं फरवरी में कुछ दिन खुली थीं। संक्रमण बढ़ा तो उन्हें बंद कर दिया गया था।

आरडी तिवारी स्कूल के हॉल में मौजूद विद्यार्थी, शिक्षक और अन्य कर्मचारी।

आरडी तिवारी स्कूल के हॉल में मौजूद विद्यार्थी, शिक्षक और अन्य कर्मचारी।

नाराज हुए विधायक
कार्यक्रम में स्वागत समारोह के बाद स्कूल शिक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों और शिक्षकों को संबोधित किया। स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यकलाप की जानकारी दी। उसके बाद आभार ज्ञापन होने लगा। बोलने का मौका नहीं मिलने से विधायक विकास उपाध्याय नाराज हो गए। उन्होंने प्रबंधन से अपनी नाराजगी जाहिर भी कर दी।

जेएन पांडेय स्कूल के असैंबली ग्राउंड में बच्चों को खड़ा कर उनका तापमान जांचा गया, हाथों को सैनिटाइज कराया गया।

जेएन पांडेय स्कूल के असैंबली ग्राउंड में बच्चों को खड़ा कर उनका तापमान जांचा गया, हाथों को सैनिटाइज कराया गया।

प्रार्थना नहीं हुई, उसी मैदान में खड़ा कर सैनिटाइज किया गया
राजीव चौक स्थित जेएन पांडेय बहुउद्देशीय स्कूल के बच्चों को प्रार्थना मैदान में इकट्‌ठा किया गया। सभी की स्क्रीनिंग हुई। बच्चों का हाथ सैनिटाइज कराया गया। उसके बाद उन्हें कक्षाओं में जगह दी गई। प्रबंधन ने बताया, पहले दिन बहुत कम बच्चे आए हैं। वैसे भी कोशिश है कि 50 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति में ही कक्षाओं का संचालन हो।

चंगोराभाठा के हरि ठाकुर हाई स्कूल में ऐसे संचालित हुई कक्षा।

चंगोराभाठा के हरि ठाकुर हाई स्कूल में ऐसे संचालित हुई कक्षा।

कक्षाओं में एक बेंच पर एक को बिठाया गया
आज से शुरू हुई कक्षाओं में कई स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया गया। सुंदर नगर के सुंदरलाल शर्मा हाई स्कूल और चंगोराभाठा के हरि ठाकुर हाई स्कूल की कक्षाओं में एक बेंच पर एक ही छात्र को बिठाया गया था। स्कूल प्रबंधन का कहना था, बच्चों की कम उपस्थिति की वजह से ऐसा संभव हो पा रहा है। जहां तक संभव होगा वे लोग कोरोना की रोकथाम के उपाय का पालन करेंगे।

सुंदरलाल शर्मा हाई स्कूल में बेहद कम उपस्थिति में कक्षाएं चलीं।

सुंदरलाल शर्मा हाई स्कूल में बेहद कम उपस्थिति में कक्षाएं चलीं।

लाखे नगर, माना और तिल्दा में नहीं खुले प्राइमरी स्कूल
रायपुर के लाखे नगर, माना और तिल्दा क्षेत्र के प्राइमरी स्कूल आज नहीं खुल पाए। वहां केवल 10वीं-12वीं की कक्षाएं ही चलीं। बताया जा रहा है इन क्षेत्रों में अभिभावक संघों और वार्ड पार्षदों ने स्कूल संचालन की अनुमति नहीं दी है। रायपुर के जिला शिक्षा अधिकारी एएन बंजारा ने बताया, रायपुर जिले में 1402 सरकारी स्कूल और 886 निजी स्कूलों में से अधिकतर में कक्षाएं शुरू हो गई हैं।

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