Saturday, May 4, 2024
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धोखाधड़ी का नया तरीका: जेब में रखे एटीएम से मोबाइल को टच कर ठग लगा रहे खातों में सेंध, एक बार में 2000 रुपये का ट्रांजेक्शन…

प्रतीकात्मक फोटो। - Dainik Bhaskar

प्रतीकात्मक फोटो।

  • एनएफसी में बिना कार्ड स्वाइप किए हो रहा ट्रांजेक्शन

ऑनलाइन ठगी करने वाले ने खाते में सेंध का नया फार्मूला ढूंढ निकाला है। ठग अब किसी को फोन नहीं कर रहे हैं और न ही उनसे खाते की जानकारी ले रहे। लोगों के जेब व पर्स में टच कर पैसा निकाल रहे हैं, क्योंकि नियर फील्ड कम्युनिकेशन (एनएफसी) सिस्टम में पेमेंट करने पर कार्ड स्वाइप करने, पासवर्ड और ओटीपी की जरूरत नहीं है।

मशीन के केवल 4 सेमी की रेंज में आने या टच करने से पैसों का ट्रांजेक्शन हो जाता है। इसलिए अब अधिकांश क्रेडिट और एटीएम कार्ड कॉन्टेक्टलेस है। कार्ड कॉन्टेक्टलेस होने के कारण ही मशीन में टच करते ही भुगतान हो जाता है या पैसों का ट्रांजेक्शन होता है। साइबर एक्सपर्ट मोहित साहू ने इसे घातक बताया है। विदेशों में कॉन्टेक्टलेस कार्ड से ठगी की घटना बढ़ी है। देश में भी कुछ राज्यों में इससे ठगी हो रही है।

पुलिस के साइबर एक्सपर्ट अफसर बताते हैं कि पीओएस या स्वाइप मशीन में अब वाईफाई की सुविधा आ गई। इसे एनएफसी कहते है। यह सिस्टम अब मोबाइल में भी आ गया है। इसी का फायदा ठग उठा रहे है। ठग फर्जी दुकान और संस्थान नाम से पीओएस मशीन बैंक से लेकर उसका गलत उपयोग कर रहे हैं। वे मोबाइल में एप डाउनलोड करते हैं उसके बाद ट्रेन, मॉल, पेट्रोल पंप, मार्केट और भीड़भाड़ वाले इलाके में घुमते हैं।

इसी दौरान वे किसी के भी पीछे खड़े होकर लोगों के पर्स, जेब में पीओएस मशीन या अपना मोबाइल किसी भी बहाने टच करते हैं। इससे उनके खाते में 2000 रुपए आ जाता है। लोगों को पता नहीं चलता है। सिर्फ उनके मोबाइल पर खाते से पैसा निकालने का मैसेज आता है। जब तक लोग स्थिति को समझते हैं, तब तक काफी देर हो चुकी होती है। पुलिस अफसरों के अनुसार रायपुर में भी ऐसी ठगी की शिकायतें आ रही हैं, लेकिन अब तक किसी ने एफआईआर दर्ज नहीं करायी है। हालांकि दिल्ली और मुंबई में ऐसी ठगी अब आम हो चुकी है।

एटीएम के ऊपर WIFI का सिंबल तो सावधान
साइबर एक्सपर्ट मोहित ने बताया कि क्रेडिट और डेबिट कार्ड में बैंक कई नए फीचर्स दे रही है। इसमें एनएफसी की सुविधा भी शामिल है। इसमें एटीएम कार्ड के ऊपर एक वाईफाई का सिंबल होता है। इसका मतलब है कि कार्ड कॉन्टेक्टलेस है। इसे सिर्फ टच करके कहीं भी पेमेंट किया जा कसता है। हालांकि इसकी लिमिटेशन सिर्फ 2000 तक का है। उससे ज्यादा पेमेंट नहीं कर सकते, क्योंकि चिप वाले कार्ड में नियर फील्ड कम्यूनिकेशन होता है। इसमें शॉर्ट रेंज डाटा ट्रांसफर की सुविधा मिलती है। यानी आप सिर्फ पॉइंट ऑफ सेल (PoS) डिवाइस या स्वाइप मशीन में टच करके इससे पेमेंट कर सकते हैं। अब मोबाइल में भी इसकी सुविधा मिल रही है। अलग-अलग कंपनी के मोबाइल में एनएफसी एप आ रहे हैं। मोबाइल में कार्ड की एक बार जानकारी डाल दे। उसके बाद टच करके कभी भी पेमेंट कर सकते हैं।

ऐसे बच सकते हैं ठगी से

  • सिल्वर पेपर रोल में एटीएम कार्ड को लपेटकर रखे।
  • ऐसे पर्स या वायलेट का उपयोग करें, जिसमें टच काम न करें।
  • कॉन्टेक्टलेस वाली कार्ड न लें, क्योंकि इसे बंद नहीं करा सकते।
  • कार्ड को ऐसा रखे कि जो ठगों के पहुंच से दूर हो।
  • मार्केट में कई तरह के सुरक्षित पर्स आ रहे हैं, उसका उपयोग करें।

लोगों को किया जा रहा जागरूक- एसएसपी
“एनएफसी से ठगी की कई शहरो में शिकायतें आई है। इसलिए रायपुर में अलर्ट जारी किया है। सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्हें ठगी का तरीका और उसके बचाव के बारे में बताया जा रहा है, क्योंकि अधिकांश डेबिट और क्रेडिट कार्ड कॉन्टेक्टलेस है। कई लोगों को तो इसकी जानकारी भी नहीं है”
– अजय यादव, एसएसपी रायपुर

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