रायपुर। बजट सत्र के समापन पर सदन को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने सदन से आग्रह किया कि इस बात का विशेष रुप से विचार करना चाहिए कि हमें प्रदेश की जनता ने अपना प्रतिनिधि बनाकर यहाँ बैठाया है, उनका हित और कल्याण ही हमारा प्रथम और अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।
अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा
“..परिस्थितिजन्य कारणों से भले ही इस बजट सत्र में विषम स्थिति निर्मित हुई परंतु यह भी सत्य है कि हमारी संसदीय संस्कारों की जड़ें इतनी मज़बूत हैं कि हम इन परिस्थितियों से भी आगे निकलकर संसदीय मूल्यों को किन्ही भी परिस्थितियों में भविष्य में प्रभावित नहीं होने देने का संकल्प लें”
अध्यक्ष डॉ महंत ने कहा
“आपने सदन संचालन का दायित्व मुझे सौंपा है, मैं भी आप हूँ की तरह इस सदन का एक सदस्य ही हूँ, मेरी भी भावनाएँ हैं मेरे भी विचार हैं..आसंदी के प्रति सम्मान और विश्वास का भाव बना रहना संसदीय सदन की सर्वोच्चता के लिए अत्यंत आवश्यक है।”
विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने आगे कहा
“व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा,प्रतिष्ठा और द्वेष से सदन को मुक्त रख कर ही हम संसदीय लोकतंत्र की सार्थकता को सिद्ध कर सकते हैं”
विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने बजट सत्र के समापन अवसर पर सदन के नेता, नेता प्रतिपक्ष, छजकां के नेता धर्मजीत सिंह, बसपा विधायक दल के नेता केशव चंद्रा समेत सभी सदस्यों का आभार जताया। उन्होंने सभी पत्रकारों के प्रति भी आभार व्यक्त किया।