जबलपुर: बात मोहब्बत में महबूबा को दिए गए मोबाइल गिफ्ट की, जिसकी वजह से एक आशिक के इश्क का जनाजा। उसके सपनों के ससुराल में ही निकाला गया। महबूबा के घरवालों ने आशिक को घर बुलाया और उसके बाल काट दिए। जूते-चप्पल की माला पहना दी। बेआबरू करते हुए हर एक के पैरों पर झुकाया और जमकर पीटा भी।
पांव में गिरकर रोता, कभी गिड़गिड़ाता, बदले में आशीर्वाद की जगह मिल रही लात, घूंसे और गालियां। ये एक आशिक के महबूबा के घर मोहब्बत के रुसवा होने की तस्वीरें हैं। महबूबा की चौखट पर इश्क की फरियाद लगाने वाले की आवाज कोई नहीं सुन रहा। शोर है तो बस गालियों का। और जरा ये देख लीजिए। गले में जूते-चप्पल की माला पहनाकर हंसते हुए, गालियां देते हुए वीडियो भी बनाया जा रहा है। दरअसल, मोहब्बत में ये मसला जबलपुर के चरगंवा इलाके में तब हुआ, जब राजकुमार नाम के इस युवक ने अपनी प्रेमिका से बात करने के लिए उसे मोबाइल गिफ्ट कर दिया। लेकिन बात होने से पहले बात बिगड़ गई। घरवालों को इस बात का पता चला और उन्होंने लड़के को घर बुलाकर जमकर पीटा। उसके बाल काट डाले और इतने पर भी मन नहीं भरा, तो दोस्त के साथ गले में जूते-चप्पल की माला पहना दी। शिकायत के बाद पुलिस ने FIR दर्ज करते हुए आरोपी शिवकुमार यादव, नन्हे यादव, घनश्याम यादव और पवन यादव को गिरफ्तार कर लिया है।
सदियां गुजर गईं। जमाना बदल गया। लेकिन मोहब्बत की तकदीर नहीं बदली। आज भी उसके हिस्से में वही गालियां हैं, वही रुसवाई है। वही बेरहमी है। रांझे से, मजनूं से और महिवाल से इस सलूक के बाद ये जमाना जान ही नहीं पाया कि इश्क पानी है दरारों से भी रिस आता है। इश्क पीपल है, कहीं भी उग आता है। मोबाइल तो छीन ली घरवालों ने, लेकिन वे नहीं जानते कि आज भी मोहब्बत की हकीकत में, खामोशी आखिरी सच है। लुट, पिटकर भी ये आशिक यही कह रहा होगा। नंबर तेरा मिटा दिया फोन से मगर, कमबख्त दिल, दिमाग और उंगलियों को याद रह गया।