Sunday, May 12, 2024
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रायपुर में फिर कंटेनमेंट जोन की आहट: अमलीडीह बन सकता है पहला कंटेनमेंट जोन, वहां 10 दिन में 75 केस, अन्य 10 क्षेत्र भी बन रहे हाटस्पॉट…

रामकुंड स्थित सामुदायिक भवन में गुरुवार को पेंशन लेने बुजुर्गों की भीड़। इस दौरान 10 फीसदी ने भी मास्क नहीं लगाया था। यहां पिछले दो हफ्ते से कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज सामने आ रहे है। - Dainik Bhaskar

रामकुंड स्थित सामुदायिक भवन में गुरुवार को पेंशन लेने बुजुर्गों की भीड़। इस दौरान 10 फीसदी ने भी मास्क नहीं लगाया था। यहां पिछले दो हफ्ते से कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज सामने आ रहे है।

रायपुर/ राजधानी में कोरोना का खतरा बढ़ने के बाद प्रशासन ने पिछले साल की तरह कंटेनमेंट जोन बनाने की तैयारी कर ली है। अमलीडीह, समता कालोनी रामकुंड, डीडी नगर डंगनिया, पचपेड़ी नाका, अवंति विहार, खम्हारडीह, मोवा, टाटीबंध, कटोरा तालाब और राजेंद्र नगर वह 10 इलाके हैं, जहां पिछले 15 दिन से लगातार कोरोना के केस निकल रहे हैं, इसलिए सबसे पहले इनमें से ही कंटेनमेंट जोन बनेंगे। आखिरी कंटेनमेंट जोन एक अपार्टमेंट में बना था, जहां एक परिवार से 4 पाजिटिव निकले थे।

हालांकि इस बार कंटेनमेंट जोन में उतनी सख्ती नहीं रहेगी, जैसी पिछली बार थी। प्रशासन ने किसी भी इलाके में कंटेनमेंट जोन के लिए जो मापदंड तय किए हैं, उसके तहत इसके लिए 500 मीटर के दायरे में कम से कम 50 केस होना चाहिए। रायपुर सीएमओ मीरा बघेल के मुताबिक इन इलाकों में कंटेनमेंट जोन 500 मीटर के दायरे में माइक्रो लेवल पर ही बनाए जाएंगे। दरअसल रायपुर में पिछले दस दिन में कोरोना के 1886 से अधिक केस मिल चुके हैं। इसमें भी 32 फीसदी से ज्यादा केस यानी (600 से अधिक) केवल शहर के उन एक दर्जन इलाकों से आए हैं जिनमें ये चिन्हित इलाके भी शामिल हैं।

कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद महिला भर्ती
राजधानी में बुधवार को आरटीपीसीआर जांच में कोरोना पॉजिटिव आई 30 साल की एक मानसिक रूप से असंतुलित महिला को अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया गया। कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन तक जब ये बात पहुंची तो उन्होंने तत्काल हस्तक्षेप कर बुधवार की रात करीब 11 बजे इस महिला को लालपुर के केयर सेंटर में भर्ती करवाया।

अस्पतालमरीजआईसीयूबेड खाली
अंबेडकर5319428
एम्स15040310
लालपुर483012

आरटीपीसीआर कम, अधिकांश केस एंटीजन से
राजधानी में कोरोना जांच का टारगेट 4 हजार तक पहुंचाने के टारगेट के बावजूद आरटीपीसीआर टेस्ट केवल 23 से 30 प्रतिशत के बीच ही हो रहे हैं। 70 प्रतिशत आरटीपीसीआर टेस्ट को आदर्श स्थिति माना जाता है। यही नहीं शहर में पिछले 10 दिनों में मिले 1886 कोरोना पॉजिटिव में 48 प्रतिशत से ज्यादा यानी 905 पॉजिटिव मरीज एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर ही पॉजिटिव निकले हैं। जबकि आरटीपीसीआर टेस्ट से मिल रहे पॉजिटिव की तादाद कम आ रही है।

मास्क नहीं पहनने पर अब 200 जुर्माना
जिला प्रशासन ने नहीं मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना की राशि 100 से बढ़ाकर 200 रुपए कर दिया है। नगर निगम ने पहले दिन 878 लोगों से 87280 रुपए वसूला। लोगों को मास्क लगाने की हिदायत दी गई। भविष्य में मास्क नहीं पहनने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई। सभी 10 जोन में प्रमुख चौक-चौराहों पर मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ अभियान जारी है। प्रमुख मार्गों व चौराहों पर सेनेटाइजर व ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव किया गया।
निगम के अधिकारियों के अनुसार मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि मास्क पहनने से काेरोना की आशंका 99 फीसदी तक कम हो जाती है। ऐसे में लोगों को घर से निकलते समय मास्क जरूर पहनना चाहिए।

यहां 55 से ज्यादा केस : अमलीडीह 75 से अधिक। साथ ही पचपेड़ीनाका, समता-रामकुंड और डंगनिया डीडीनगर 55 से ज्यादा केस।
यहां 50 से ज्यादा केस : अवंति विहार, खम्हारडीह, मोवा, टाटीबंध, कटोरातालाब, राजेंद्र नगर, हीरापुर, रायपुरा, शंकरनगर,कोटा व गुढ़ियारी।
50 से कुछ कम : तेलीबांधा, शैलेंद्रनगर, चंगोराभाटा, सुंदरनगर, प्रोफेसर कॉलोनी, कचना, बोरियाखुर्द, आमापारा, बैरन बाजार, मठपुरैना।

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