रायपुर शहर में प्रदेश के लगभग हर जिले से पहुंचे विद्युत विभाग के संविदा कर्मचारियों ने मुंडन करा लिया। करीब 2500 बेरोजगार युवकों से रायपुर का धरना स्थल भरा नजर आया। इन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने चुनाव के वक्त कहा था कि वो अनियमित कर्मचारियों को नियमित करेंगे। इस आस में हम ढाई साल से संविदा पर नौकरी कर रहे थे, अब जब बारी वादा पूरा करने की आई तो सरकार सीधी भर्ती करने जा रही है। हमें प्राथमिकता भी नहीं दी जा रही।
धरना देते कर्मचारी।
इन्हीं बातों से नाराज होकर सभी कर्मचारियों ने मुंडन करा लिया। कहने लगे कि सरकार के मन में हमारे लिए संवेदनाएं मर चुकी हैं। जब कोई मर जाता है तो मुंडन कराया जाता है। इसलिए हम मुंडन करा रहे हैं। छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले हो रहे इस प्रदर्शन में कई सरकारी कर्मचारी, किसान और सामाजिक संगठनों ने अपना समर्थन दिया है। सैकड़ों युवा धरना स्थल पर बीते 10 दिनों से जमे हुए हैं। गंदगी, बरसात जैसी मुश्किलों के बीच रोजगार की मांग लेकर रात बिताने को मजबूर हैं।
इनकी मांग है कि इन्हें नियमित किया जाए।
अब तब तक कुछ नहीं खाएंगे जब तक मौत न आ जाए
संघ के अध्यक्ष विवेक भगत ने दैनिक भास्कर से कहा है कि अब सभी युवा 20 अगस्त की सुबह से आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। ये अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार मांगे नहीं मान लेती या उन्हें मौत नहीं आ जाती। भगत ने साफ कहा कि हमें जब तक नियमित नहीं किया जाता हम यहां से हटेंगे नहीं। भगत ने बताया कि कई ऐसे कर्मचारी हैं जो संविदा पर काम करते हैं, बिजली से जुड़े हादसों में दर्जनों साथियों की मौत हो चुकी है कई लोग घायल हो चुके हैं। अगर आंदोलन में किसी भी साथी को कुछ होगा तो इसकी जिम्मेदार सरकार होगी।