सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के एक पू्र्व राजनीतिक सलाहकार ने 15 दिन पहले आरोप लगाया था कि संसद भवन में उनके साथ रेप हुआ था. दरअसल, ब्रिटनी हिगिन्स का कहना है कि 2019 में सत्ताधारी लिबरल पार्टी की सरकार में एक मंत्री के कार्यालय में सलाहकार के रूप में कार्यरत एक पुरुष सहकर्मी ने उनके साथ रेप किया था. ब्रिटनी हिगिन्स की कहानी सामने आने के बाद कई महिलाएं सामने आईं और यौन हमले के अपने-अपने अनुभव साझा किए. ऐसे आरोपों की बाढ़ आने के बाद ऑस्ट्रेलिया की मॉरिसन सरकार पर जवाब देने का दबाव बढ़ गया है.
ब्रिटनी हिगिन्स का कहना है कि तब वो 24 साल की थीं और यह उनकी नई ड्रीम जॉब थी, जिसे ज्वाइन किए हुए कुछ हफ्ते ही हुए थे. मार्च 2019 में एक सीनियर सहकर्मी उन्हें नाइट आउट के बाद संसद लेकर गया था. जमकर शराब पीने के कारण मंत्री के कार्यालय में ही ब्रिटनी को नींद आ गई. ब्रिटनी बताती हैं कि जब नींद खुली तो पता चला कि उस आदमी ने उन पर यौन हमला किया था. हालांकि उस व्यक्ति को कुछ ही दिनों में बर्खास्त कर दिया गया. उसकी बर्खास्तगी न केवल कथित यौन हमले के लिए थी, बल्कि उसने कार्यालय के सुरक्षा नियमों को भी तोड़ा था, क्योंकि रात में संसद नहीं जाया जा सकता है.
नौकरी खोने के डर से चुप हो गई थी
घटना के बाद ब्रिटनी ने अपनी बॉस और तत्कालीन सुरक्षा उद्योग मंत्री लिंडा रीनॉल्ड्स से कहा था कि उन पर यौन हमला हुआ है. मंत्री ने ब्रिटनी को समर्थन देने का भरोसा दिलाया और पुलिस में जाकर शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा. ब्रिटनी ने कहा कि वह दबाव में थीं कि ऐसा करने पर कहीं उनकी नौकरी न चली जाए. ब्रिटनी का कहना है कि उन्हें लिबरल पार्टी ने चुप करा दिया. लेकिन ब्रिटनी ने तब बोलने का फैसला किया, जब जनवरी महीने में एक तस्वीर देखी, जिसमें मॉरिसन यौन हमले के खिलाफ बात कर रहे थे.