रायपुर: कोरोना की चौथी का पीक 1 मई के बाद आएगा। विशेषज्ञों ने तीनों लहरों और अभी चल रही चौथी लहर में होने वाले संक्रमितों की स्टडी के आधार पर ये अनुमान लगाया है कि मई महीना लगने के साथ ही केस कम होने शुरू होंगे। कोरोना के वायरस से अभी जिस तरह दो-तीन दिन में ही लोग स्वस्थ हो रहे हैं, उसी का एनालिसिस करने के बाद विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि संक्रमण की दर तेजी से कम होगी। वहीं, छत्तीसगढ़ में सोमवार को 482 नए संक्रमित निकले। रायपुर में सबसे ज्यादा 85 पॉजिटिव मरीज मिले हैं।
एक्टिव मरीजों की संख्या तीन हजार के पार हो गई है। संक्रमण दर 10% के करीब पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रदेश में संक्रमित होने वाले मरीजों की रिपोर्ट रोज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भेजी जा रही है। मरीजों के स्वस्थ होने का आंकड़ा भी भेजा रहा है। यहां अब तक जितने मरीजों की जिनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट प्राप्त हुई, उसे भी स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञों से शेयर किया गया है। प्रदेश में पिछले दो दिनों से कम मरीज मिल रहे हैं लेकिन संक्रमण 10 के पार पहुंच गई है। दो दिन के दौरान कम टेस्टिंग हुई है। टेस्टिंग बढ़ने से मरीज भी बढ़ेंगे।
10 अप्रैल के बाद से बढ़े केस, रोज भेजी जा रही है रिपोर्ट
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 10 अप्रैल के बाद से जिस तरह तेजी से केस बढ़े हैं उसे कोरोना की चौथी लहर का असर माना गया है। अभी देश के ज्यादातर राज्यों में बीएक्सएक्स फैमिली का वैरिएंट सक्रिय है। इसके कई वैरिएंट हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ में इस फैमिली का एक भी खतरनाक वैरिएंट किसी भी मरीज में नहीं मिला है। इसे भी विशेषज्ञ राहत मान रहे हैं।
कोरोना की चौथी लहर, इसलिए सावधानी जरूरी
कोरोना की चौथी लहर चल रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस का पीक 1 मई के बाद आएगा। उसी के बाद संक्रमण दर घटेगी और मरीज कम मिलेंगे। -डा. सुभाष मिश्रा, राज्य महामारी नियंत्रण प्रभारी