- उच्च अधिकारियों द्वारा हर महीने समीक्षा होगी
सूरजपुर: कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल के निर्देशानुसार एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के मार्गदर्शन में आज टीबी फोरम विकासखंड रामानुजनगर की बैठक में अनुविभागीय अधिकारी श्री नन्द जी पांडेय जी की अध्यक्षता में तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी, खण्ड चिकित्सा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, परियोजना अधिकारी, मंडल संयोजक, खंड कार्यक्रम प्रबंधक एनएचएम के उपस्थित में सम्पन हुआ। जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, मितानिन कार्यक्रम, स्वच्छ भारत मिशन, आजीविका मिशन आदि विभागों के प्रतिनिधि सहभागी रहे। एसडीएम श्री नन्द जी पांडेय ने कहा कि सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर अच्छे से कार्य करेंगे उसमें तो हम लोग पुरे विकासखण्ड को टीबी फ्री कर सकते हैं। ऐसा ही कार्ययोजना पंचायत स्तर तक बने और गहनता से कार्य हो निश्चित तौर पर सफलता मिलेगी। टीबी मुक्त पंचायत के लिए जब जब ग्रामसभा हो तब तब इस संदर्भ में समीक्षा और चर्चा हो। सम्भावित क्षय रोगियों का चिन्हांकन और उसका जांच हो, स्वास्थ्य विभाग तो सेवाएं दे रहा है पर जागरूकता के लिए विभिन्न विभागों की बैठकों में भी चर्चा किया जाये । जिला क्षय कंसल्टेंट अधिकारी ने कहा की दिसम्बर में टीबी फ्री पंचायत के लिए दावा पेश करना है तथा 24 मार्च को चयनित और सत्यापित पंचायतों को कलेक्टर के द्वारा उक्त पंचायत को पुरस्कृत और सम्मानित किया जायेगा। सूरजपुर जिला को टीबी मुक्त जिला बनाने में पिरामल फाऊंडेशन छत्तीसगढ़ विशेष सहयोग प्रदान कर रहा है विगत माह 26 स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम किया। खण्ड़ कार्यक्रम प्रबंधक कहा कि ब्लांक से पंचायत स्तर पर पहुंचाने के लिए ग्रामपंचायत के सचिवों की अहम भूमिका है। आज के बैठक का संदेश अब सभी पंचायतों तक पहुंचेगा। जिससे स्वास्थ्य विभाग को जमीनी स्तर पर समन्वय स्थापित करने में आसानी होगी। डीपीसी संजीत ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर 28 पंचायतें टीबी फ्री का योग्यता रखती है, उन पंचायतों में सर्वाधिक जांच भी किया गया है और टीबी के केश भी नहीं निकले इस लिए उन पंचायतों के लिए टीबी फ्री का दावा किया जा सकता है यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है। सहायक परियोजना अधिकारी श्री शशि सिंह ने बताया कि जिस प्रकार जिला और ब्लॉक में टीबी फोरम बना है और समीक्षा हो रही है ठीक उसी प्रकार पंचायत स्तर पर भी पंचायत टीबी फोरम बनेगा। कार्यक्रम का संचालन पिरामल संस्था के आशीष गुप्ता और स्वास्थ्य विभाग के विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक संदीप नामदेव ने किया।