सूरजपुर: वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र सरगुजा द्वारा जानकारी दी गई कि मिलेट्स कैफे एवं साथी बाजार स्थापित किये जाने कें पूर्व में चिन्हांकित स्थल गढ़कलेवा केनापारा का निरीक्षण राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारियों के साथ किया गया। निरीक्षण उपरांत केनापारा स्थित पर्यटन स्थल साथी बाजार परियोजना स्थापना के लिए उपयुक्त पाया गया।
कलेक्टर द्वारा केनापारा पर्यटन स्थल को साथी बाजार स्थापना हेतु विकसित करने का निर्देष दिया गया। डॉ. गजेन्द्र चन्द्राकर, राज्य नोडल अधिकारी, साथी परियोजना द्वारा जानकारी दी गई कि केनापारा में पूर्व में स्थापित स्ट्रक्चर का प्रयोग करते हुए साथी बाजार स्थापना हेतु प्रथम वर्ष में 70 लाख रु. एवं द्वितीय वर्ष हेतु 355 लाख रु. की आवश्यकता होगी। जिसके लिए प्रस्ताव जिला खनिज न्यास निधि में जमा किया जा चुका है। कलेक्टर द्वारा प्रथम वर्ष हेतु मगांई गई राशि का प्रस्ताव जिला खनिज न्यास निधि की प्रबंधकारिणी समिति बैठक में रखने का निर्देश दिया गया।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री लीना कोसम द्वारा अगर द्वितीय वर्ष की राशि जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध ना कराये जाने की स्थिति में योजना संचालन पर क्या प्रभाव पड़ेगा। श्री मनीष शाहा द्वारा जानकारी दी गई कि द्वितीय वर्ष की राशि प्राप्त ना होने की स्थिति में भी योजना सफल रूप से संचालित होती रहेगी, साथ ही साथ योजना में शासकीय बजट उपलब्ध न होने की दशा में फीफा द्वारा पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर कम्पोनेंट वाइस इन्वेस्टर ऑर्गेनाइज किया जाने का प्रावधान है। चयनित इन्वेस्टर द्वारा योजना संचालित करने वाले एफ.पी.ओ. के साथ प्रॉफिट शेयरिंग कर कार्य का संचालन किया जायेगा।
कलेक्टर ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर कम्पोनेंट वाइस इन्वेस्टर की तैयारी रखने के निर्देश फीफा साथी को दिया गया। इस योजना का संचालन करने के लिए जिला स्तर पर पूर्व में गठित एफ.पी.ओ. का चयन किया, आवश्यकतानुसार उन्नयन किये जाने के निर्देश राज्य शासन द्वारा दिए गए। श्री ज्ञानेंद्र सिंह जिला मिशन प्रबंधक एस. आर,.एल.एम. द्वारा जानकारी दी गई कि जिले में पूर्व में एफ.पी.ओ. का गठन किया गया है। जिसमें वर्तमान में 6000 महिलाएं जुड़ी हुई है।
कलेक्टर द्वारा निर्देश दिया गया है कि उक्त एफ.पी.ओ. में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन एवं फीफा द्वारा समन्वय स्थापित कर एक वर्ष के भीतर सदस्य संख्या 10000 करने का लक्ष्य निर्धारित कर आवश्यकतानुसार कार्यवाही करें। डॉ. गजेन्द्र चन्द्राकर द्वारा जानकारी दी गई कि साथी परियोजना अंतर्गत राज्य एवं केन्द्र शासन की विभिन्न योजनाओं से समन्वय स्थापित कर बजट लिए जाने का प्रावधान है। कलेक्टर ने निर्देशित किया गया है कृषि विभाग, उद्यान विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र एवं फीफा के अधिकारी एफ.पी. ओ. के सदस्यों के साथ बैठक कर उनकी आवश्यकता का आंकलन कर प्रस्ताव तैयार करे एवं कलेक्टर कार्यालय के माध्यम से आवश्यकतानुसार विभागों को प्रस्ताव प्रेषित किया जाए।
कलेक्टर ने निर्देश किया है विभिन्न शासकीय विभागों – महिला बाल विकास विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग एवं अन्य विभागों में लगने वाली सामग्री का आंकलन कर उत्पादों की रीपा अथवा साथी परियोजना अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों, एफ.पी. ओ. के माध्यम से उत्पादन कराने की दिशा में कार्य किया जाए। समिति द्वारा सर्वसम्मति से केनापारा पर्यटन स्थल को साथी परियोजना स्थापना हेतु इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर को अनुमति प्रदाय किये जाने का निर्णय लिया गया। समिति द्वारा साथी परियोजना के कार्य संचालन के लिए वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि विज्ञान केन्द्र, सरगुजा को नोडल अधिकारी के रूप नामित करने का निर्णय लिया गया।