बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होते ही पुलिस एक्शन मोड पर आ गई है। जिले के सीमावर्ती इलाकों में चेक पोस्ट बनाकर वाहनों की जांच की जा रही है। इस दौरान पुलिस ने एक कार की डिक्की से 93 लाख रुपए कीमती सोने और हीरे के आभूषण बरामद किया। वहीं, दूसरे कार 5 लाख 61 हजार बरामद किया गया। मामला सिविल लाइन और कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
एसपी संतोष सिंह के निर्देश पर शहर के साथ ही आउटर में नाकाबंदी पाइंट और सीमावर्ती क्षेत्रों में चेक पोस्ट बनाया गया है। जहां जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर एसएसटी टीम की ड्यूटी लगाई गई है। जिले में 14 चेक पाइंट बनाया गया है। इस दौरान टीम को सभी जगहों पर वाहनों की सख्ती से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
शनिवार की रात सिविल लाइन पुलिस गश्त पर थी। चौक चौराहों पर वाहनों की जांच कर रही थी। पुलिस ने एक कार को रोका और उसकी डिक्की की तलाशी तब उसमें थैले में रखे डिब्बों में हीरे के साथ ही सोने-चांदी के गहने मिले।
पुलिस की पूछताछ में उसने पहले गहनों का बिल होने का बहाना बनाया। लेकिन, बाद में पता चला कि उसके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं है। लिहाजा पुलिस उसे थाने ले गई।
कबाड़ दुकान संचालक के कार से पुलिस ने कैश जब्त किया है।
दिवाली के लिए गहने सप्लाई करने निकला था कारोबारी
रविवार को पुलिस की पूछताछ में पता चला कि कार सवार सराफा व्यापारी है, जो नवरात्र और दिवाली पर्व के लिए गहने सप्लाई करने के लिए निकला था। जांच के दौरान उसके पास से बिल और रसीद नहीं मिला। जिस कारण पुलिस ने उसे 102 के तहत जब्त किया है।
दूसरे कार सवार से पांच लाख 61 हजार कैश जब्त
शनिवार की देर रात कोतवाली पुलिस ने खपरगंज स्थित कबाड़ी लाइन में कार सवार एक युवक को पकड़ा। जांच के दौरान उसके पास से 5 लाख 61 हजार रुपए बरामद हुआ। पैसों के संबंध में वह ठोस जवाब नहीं दे सका। जिसके चलते पुलिस ने कैश को जब्त कर लिया है। पुलिस ने उससे पैसे के संबंध में दस्तावेज पेश करने के लिए कहा है।
पुलिस अफसर और उनकी टीम लगातार वाहनों की जांच करने का दावा कर रही है।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल, नाम तक नहीं किया उजागर
एक तरफ पुलिस आचार संहिता के बाद से सख्ती से जांच कर अवैध सामानों को जब्त करने का दावा कर रही है। वहीं, दूसरी तरफ पुलिस ऐसे लोगों का नाम उजागर करने से भी बच रही है। रविवार को जिस कारोबारी को पुलिस ने पकड़ा था। वह कहां से आ रहा था और कहां जा रहा था। गहनों को कहां खपाने निकला था। कोई जानकारी पुलिस ने सार्वजनिक नहीं की।
यहां तक कारोबारी के नाम भी बताने से पुलिस इंकार करती रही। इसी तरह कबाड़ दुकान चलाने वाले व्यापारी से भी पुलिस ने कैश बरामद किया है। लेकिन, उसके नाम को भी गोपनीय रखा गया।