भिलाई: गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के विधानसभा क्षेत्र में उन्हीं के करीबी कांग्रेस नेता पर जानलेवा हमला हुआ था। हमले में घायल कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने रायपुर में इलाज के दौरान शुक्रवार रात दम तोड़ दिया है। इसके बाद से रिसाली क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण हो गया है। वहीं दुर्ग पुलिस अभी तक मामले के सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
दरअसल, 6 दिन पहले 25 नवंबर को नेवई थाना क्षेत्र के रिसाली में कांग्रेस नेता पप्पू यादव पर चाकू से वार किए गए थे। गंभीर हालत में उन्हें इलाज के लिए सेक्टर 9 हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद हालत बिगड़ने पर रायपुर रेफर किया गया। रायपुर में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
हत्या का आरोपी ओंकार उर्फ अमन किंग।
अभी तक दो आरोपी हुए गिरफ्तार
लोगों का आरोप है कि पुलिस इस मामले में सही कार्रवाई नहीं कर रही है। अभी तक मामले में केवल 2 आरोपियों ओंकार उर्फ अमन किंग और हरीश को गिरफ्तार किया गया है। जबकि मुख्य आरोपी सहित अन्य फरार है। नेवई टीआई प्रशांत मिश्रा का कहना है कि वो मामले हत्या की धारा जोड़कर जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करेंगे।
गिरफ्तार आरोपी हरीश।
हथियार बंद 15-20 लोगों ने किया था हमला
नेवई टीआई प्रशांत मिश्रा ने बताया कि पप्पू यादव रात 8.30 के करीब शीतला मंदिर टंकी मरोदा के पास स्थित चाय चौपाल नाम की दुकान में रोज की तरह बैठा था। वहां उस समय काफी लोग थे। अचानक मंगल देवार, दादू देवार, हरीश साहू सहित 15-20 लड़के आए और डंडा, हॉकी आदि लेकर पप्पू यादव पर हमला कर दिया।
इसी दौरान मंगल देवार ने पप्पू के पेट में चाकू घुसा दिया। पसली के पास चाकू लगने से पप्पू वहीं ढेर हो गया।
नेवई पुलिस स्टेशन रिसाली
लड़कों के झगड़े में हुई हत्या
थाना प्रभारी प्रशांत मिश्रा की माने तो झगड़े से एक दिन पहले मंगल देवार का पप्पू यादव के भांजे से स्मृति नगर क्षेत्र में झगड़ा हुआ था। उसी बात को लेकर मंगल अपने लड़कों को लेकर रिसाली पहुंचा और पप्पू यादव के ऊपर जानलेवा हमला कर दिया। इस तरह खुलेआम कांग्रेस नेता की हत्या से पुलिस की कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहा है।
गृहमंत्री के साथ चुनाव प्रचार में खड़ा कांग्रेस नेता पप्पू यादव।
गृहमंत्री के काफी करीबी था पप्पू यादव
कांग्रेस नेता पप्पू यादव वास्तविक रूप से सिविल कांट्रैक्टर था। वो गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के काफी करीब था। गृहमंत्री ने ही उसे विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस में प्रवेश कराया। इसके साथ ही उसे चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी भी दी गई थी।