जांजगीर-चांपा: जिले के सारागांव थाने में पदस्थ आरक्षक टेकचंद कर्ष की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। इलाज के लिए चांपा के निजी NKH अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद आरक्षक के शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
जानकारी के अनुसार मृतक आरक्षक टेकचंद कर्ष (उम्र 38 साल) निवासी पचोरी सारागांव में पदस्थ थे। आरक्षक टेकचंद रविवार की रात सारागांव थाने में अपनी ड्यूटी पर था। ड्यूटी के दौरान रात 12 से 1 बजे की बीच अचानक से तबीयत बिगड़ी और बेहोश होकर थाने में ही गिर पड़े।
आरक्षक को इलाज के लिए चांपा के निजी एनकेएच अस्पताल ले जाया गया था।
2 सालों से लीवर की बीमारी से जूझ रहा था आरक्षक
इसके बाद थाने में पदस्थ अन्य आरक्षक साथियों ने टेकचंद कर्ष को इलाज के लिए चांपा के निजी एनकेएच अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने जांच के बाद आरक्षक को मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि आरक्षक पिछले 2 सालों से लीवर की बीमारी से जूझ रहे थे। आरक्षक के शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में दिल का दौरा पड़ने से मौत होने की पुष्टि हुई है।