मुंगेली: जिले के लोरमी नगर पंचायत के उपाध्यक्ष अनुराग दास ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अनुराग दास कांग्रेस खेमे के नेता हैं और वह साल 2019 में नगर पंचायत उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। नगर पंचायत सीएमओ को सौंपे इस्तीफे में अनुराग दास ने इस्तीफा देने की वजह व्यक्तिगत कारणों को बताया है।
जानकारी के अनुसार, प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद नगर पंचायत उपाध्यक्ष अनुराग दास को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाए जाने की तैयारी चल रही थी। इसी बीच में बुधवार को अनुराग दास ने खुद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वो लोरमी नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 3 से पार्षद निर्वाचित हुए थे, जिसके बाद उपाध्यक्ष पद के चुनाव में हुए मतदान में उन्हें जीत मिली थी।
उपाध्यक्ष के इस्तीफा देने की वजह
बीते सालभर के अंदर नगर पंचायत में हुए सियासी उठा पटक में बीजेपी के पार्षदों की संख्या 5 से बढ़कर 8 हो चुकी है। दूसरी तरफ कांग्रेस के 6 जबकि जेसीसीजे के मात्र 1 पार्षद ही रह गए हैं। ऐसे में नगर पंचायत के अंदर भाजपा बहुमत में आ चुकी है। इन्हीं सियासी उठापटक को उपाध्यक्ष के इस्तीफा देने की वजह माना जा रहा है।
नगर पंचायत सीएमओ को अनुराग दास ने सौंपा इस्तीफा।
2023 में बदलने लगा समीकरण
लोरमी नगर पंचायत के सियासत में 2023 के मध्य से बड़ी तब्दीली देखने को मिली। जेसीसीजे के 4 पार्षदों में से 3 ने भाजपा का, तो वहीं एक ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। दूसरी तरफ एक कांग्रेसी पार्षद जेसीसीजे ज्वाइन कर ली। ऐसे में वर्तमान समय में जहां भाजपा के 8 पार्षद हो चुके हैं, वहीं कांग्रेस के 6 जबकि 1 पार्षद जेसीसीजे में हैं।
2019 में ऐसी थी स्थिति
साल 2019 में हुए नगर निकाय चुनाव में लोरमी नगर पंचायत में कुल 15 वार्डों में से 6 वार्डों में कांग्रेस से, 5 में बीजेपी जबकि 4 वार्डों ने जेसीसीजे से पार्षद चुनकर आए थे। इनमें अध्यक्ष पद पर हुए बड़े उलटफेर में जेसीसीजे ने कम पार्षद होने के बावजूद अपने प्रत्याशी अंकिता रवि शुक्ला को जीताने में कामयाब रही थी।
वहीं उपाध्यक्ष पद पर 15 वोटों में से कांग्रेस के अनुराग दास और भाजपा के राजेंद्र सलूजा दोनों को 7-7 मत मिले थे, जबकि 1 वोट रिजेक्ट हुआ था। ऐसे में टाई होने के चलते पर्ची निकलवाया गया। जिसमें अनुराग दास को जीत मिली थी।