कोरबा: जिले में 3 जनवरी से ऑटो के पहिये भी थम जाएंगे। जिला ऑटो संघ ने एक दिन के हड़ताल का ऐलान किया है। मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर चल रही हड़ताल के समर्थन में ऑटो यूनियन ने अपना व्यवसाय एक दिन के लिए बंद रखने का फैसला लिया है। इधर कोरबा पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने ट्रांसपोर्ट नगर बस स्टैंड में बस ट्रांसपोर्टरों और चालकों की बैठक ली और नए कानून के बारे में जानकारी दी।
वहीं कोरबा पुलिस दर्री ऑयल डिपो से पूरी पुलिस सुरक्षा के साथ राज्य के अन्य जिले के पेट्रोल पंपों में डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस पहुंचा रही है। SP ने ड्राइवरों में भ्रम की स्थिति को दूर किया और उन्हें जागरूक किया। एसपी ने बताया नए कानून में धारा 106(2) के तहत अगर किसी व्यक्ति की जल्दबाजी और उपेक्षापूर्ण काम से किसी व्यक्ति की मौत हो जाए और वह पुलिस या मजिस्ट्रेट को सूचना न दे, तो 10 साल की सजा का प्रावधान है, लेकिन जो ड्राइवर एक्सीडेंट के बाद थाने में जानकारी देंगे, उन पर ये धारा लागू नहीं होगी।
कोरबा जिले में 3 जनवरी से ऑटो के पहिये भी थम जाएंगे।
लोगों को होगी भारी परेशानी
ऑटो के बंद रहने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। जिला ऑटो यूनियन के अध्यक्ष गिरजेश सिंह ठाकुर ने बताया कि नए कानून को लेकर कई तरह की आपत्तियां हैं। हादसा होने पर चालकों के साथ कुछ भी हो सकता है, इसलिए इसका विरोध हो रहा है। हमारे यूनियन ने वाहन चालकों की हड़ताल का समर्थन करते हुए बुधवार को व्यवसाय बंद करना तय किया है। कई और यूनियन इसे समर्थन दे रहे हैं।
जिला ऑटो संघ ने एक दिन के हड़ताल का ऐलान किया है।
शहरी क्षेत्र में ऑटो यूनियन के सदस्यों की संख्या 2500 के आसपास है। ऑटो संघ के अध्यक्ष ने यह भी बताया कि ई-रिक्शा और मालवाहक संघ भी हड़ताल को समर्थन दे रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई ऑटो चालक समर्थन नहीं देता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उससे 500 रुपए जुर्माना लिया जाएगा और वाहन स्टैंड पर एक सप्ताह के लिए उसे प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
कहीं ना कहीं इस आंदोलन से यात्रियों और स्कूली बच्चों पर काफी प्रभाव पड़ेगा। ऑटो संघ के अध्यक्ष ने यह अभी कहा कि जो ऑटो स्कूल में चलते हैं, वह भी बंद रहेंगे। इसकी सूचना बैठक कर चालकों को दे दी गई है।