मिशन अस्पताल पहुंचने से पहले सचिव की हो गई थी मौत।
सरगुजा: अंबिकापुर जिला पंचायत में मीटिंग के बाद मंगलवार देर रात घर लौटे लालमाटी के पंचायत सचिव ने बुधवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन फंदे से निकालकर अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों के दबाव की वजह से सचिव सहन साय डिप्रेशन में आ गए थे। सचिव संघ ने मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। कोतवाली पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक सचिव सहन साय (55 वर्ष) मंगलवार को विकसित भारत यात्रा शिविर की तैयारी में जुटे थे। शाम को उन्हें फोन कर जिला पंचायत में आयोजित बैठक में बुलाया गया। परिजनों के अनुसार वे रात करीब 12.30 बजे वापस घर रघुनाथपुर (पुरकेला) आए थे। सुबह उन्होंने घर के एक कमरे में फांसी लगा ली।
अस्पताल पहुंचे मृत पंचायत सचिव के परिजन।
परिजनों ने कहा- बहुत दबाव में थे
सचिव सहन साय के बेटे जितेंद्र कुमार ने बताया कि उनके पिता कार्य के प्रति गंभीर थे। बीती रात अधिकारियों की मिटिंग में वे जिला पंचायत आए थे। अधिकारियों के अधिक दबाव में वे डिप्रेशन में आ गए थे। वे प्रेशर में थे और सुबह सुसाइड कर लिया। उन्होंने कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है।
पंचायत सचिव संघ ने की जांच की मांग।
सचिव संघ ने की जांच की मांग
घटना की सूचना पर पंचायत सचिव संघ के पदाधिकारी भी मिशन अस्पताल पहुंचे। उन्होंने मृत पंचायत सचिव सहन साय के परिजनों से चर्चा की। संघ के जिलाध्यक्ष अनिल गुप्ता ने कहा कि यदि दबाव था तो इसकी जांच हो और संबंधित अधिकारी के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज होना चाहिए। उनके फोन रिकॉर्ड की भी जांच होनी चाहिए।
PVTG बाहुल्य गांव है लालमाटी
अंबिकापुर से लगा लालमाटी ग्राम पंचायत लुंड्रा जनपद पंचायत में आता है। लालमाटी में PVTG शिविर का आयोजन बुधवार को होना था। हालांकि वहां हाथियों की मौजूदगी के कारण शिविर को आगामी तिथि के लिए स्थगित कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने शिविर को लेकर दबाव से इंकार किया है। जिला पंचायत सीईओ नूतन कंवर ने बैठक की बात स्वीकारी है।