राजनांदगांव: जिले के डोंगरगांव के पास ग्राम खुर्सीटिकुल सेवा सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मण साहू ने आत्महत्या कर ली। लक्ष्मण साहू (70) ने गुरुवार को धान खरीदी केंद्र के बगल में बने गौठान के बबूल पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
लक्ष्मण साहू ने मरने से पहले 5-6 पेज का सुसाइड नोट भी लिखा। कुछ जनप्रतिनिधियों का नाम लिखकर लक्ष्मण ने सुसाइड नोट छोड़ा है। पुलिस ने सुसाइड नोट को जब्त कर उसे जांच के लिए भेज दिया है। सुसाइड नोट में किसी एकांत चंद्राकर के अलावा कुछ और जनप्रतिनिधियों का नाम लिखा गया है।
ग्राम खुर्सीटिकुल सेवा सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मण साहू ने सुसाइड नोट भी छोड़ा है।
बता दें कि मृतक का एक बेटा और दो बेटी है। लक्ष्मण साहू का अंतिम संस्कार गृह ग्राम में किया गया है। पूर्व विधायक छन्नी साहू ने शुक्रवार शाम परिजनों से मुलाकात की और शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया।
सुसाइड नोट में प्रताड़ना का आरोप
सुसाइड नोट में सेवा सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मण साहू ने आरोप लगाया है कि मैं भाजपा नेता एकांत चंद्राकर से प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर रहा हूं। एकांत चंद्राकर बार-बार मुझे बदनामी का डर दिखाता था। वो राजनीति करके मुझे सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष पद से हटाकर खुद उसका अध्यक्ष बन गया।
लक्ष्मण ने सुसाइड नोट में पुलिस से आग्रह किया है कि उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई जाए, साथ ही एकांत चंद्राकर को मेरी आत्महत्या का गुनहगार मानकर गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने सुसाइड नोट पत्रकारों को देने की बात कही है, इसके अलावा उन्होंने परिवार को 25 लाख रुपए मुआवजा देने की भी मांग की है। सुसाइड नोट में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से गुनहगारों को सजा दिलाने की मांग की है।