बीजापुर: जिले में नक्सलियों की लगाई IED की चपेट में आने से घायल मां-बेटी को लेकर नया खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक 8 साल की बच्ची को ज्यादा चोट आई है, इसलिए नक्सली उसे अपने साथ लेकर गए हैं और अपने मेडिकल कैंप में इलाज कर रहे हैं। हालांकि पुलिस इस मामले की जानकारी नहीं होने की बात कह रही है। मामला गंगालूर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, घायल बच्ची का नाम सुनीता हेमला (8 वर्ष) बताया जा रहा है, जो पालनार के तुंगलवाया की रहने वाली है। सुनीता बीजापुर के पोटाकेबिन में कक्षा तीसरी में पढ़ाई करती है। फिलहाल अपने गांव गई हुई थी। बताया जा रहा है कि पिछले शुक्रवार को सुनीता अपनी मां के साथ चेरपाल गांव गई थी, जहां से राशन लेकर शाम को दोनों लौट रहे थे।
इसी बीच चेरपाल-पालनार मार्ग पर नक्सलियों की लगाई प्रेशर IED की चपेट में दोनों मां-बेटी आ गईं, जिससे दोनों घायल हो गईं। सूत्र बता रहे हैं कि इस बात की खबर जब नक्सलियों को मिली तो वे घायल छात्रा को अपने साथ लेकर चले गए हैं। नक्सलियों के मेडिकल कैंप में उसका इलाज किया जा रहा है। इस मामले का खुलासा आज हुआ है। बीजापुर ASP चंद्रकांत गवर्णा ने कहा कि मामले की ऐसी कोई जानकारी हमारे पास नहीं है। फिर भी पता करवाते हैं।