KORBA: कोरबा में रेत की किल्लत को देखते हुए खनिज विभाग ने दो जगहों पर नए रेत घाट शुरू करने की मंजूरी दी है। इस मामले में बालको नगर के नजदीक के चुईया गांव के लोगों ने प्रशासन से मिलकर सरकारी फैसले पर आपत्ति दर्ज कराई है। ग्रामीण रेत घाट शुरू होने को लेकर विरोध करते हुए अपनी नाराजगी जता रहे हैं।
कोरबा कलेक्टर कार्यालय पहुंचे लोगों ने बताया कि उनके गांव से रेत खनन को अनुमति दी जा रही है। इस गांव में पीने के पानी के साथ-साथ दूसरी जरूर को पूरा करने का एकमात्र माध्यम यहां की नदी है जिसके जरिए बड़े हिस्से को सुविधा मिल रही है। लेकिन रेत खनन का काम शुरू कराए जाने से न केवल पानी गंदा होगा बल्कि नई समस्याएं भी खड़ी होगीं।
खनिज विभाग ने दो जगहों पर नए रेत घाट शुरू करने की मंजूरी दी है।
नदी से होता है 70% गांव का निस्तार
ग्रामीण अक्षय कुमार ने बताया कि नदी के उस तरफ लगभग 70% गांव जिनका निस्तार इस नदी से होता है। नदी का पानी पीने, नहाने-खाने और सिंचाई के लिए काम आता है। रेत घाट स्वीकृत हो जाने से पानी गंदा हो जाएगा। जगह-जगह गड्ढे होने से हादसे होगें। सुख भाई ने बताया कि रेत तस्कर आसपास रेत की खुदाई कर रहे हैं। स्वीकृति मिल जाने के बाद दिशा और दिशा दोनों बदल जाएगी।
रेत घाट के विरोध में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे ग्रामीण।
दो जगहों पर रेत खनन की अनुमति
बता दें कि काफी समय से बनी हुई शिकायत और परेशानी को ध्यान में रखते हुए खनिज विभाग के प्रस्ताव पर प्रशासन ने जिले में दो स्थान पर रेत खनन को अनुमति दी है। इसके लिए सभी जरूरी प्रक्रियाएं की गई है और बहुत जल्द खनन संबंधित काम किए जाने हैं। इससे पहले ग्रामीणों ने अपनी चिंता से प्रशासन को अवगत कराया है।