रायपुर: छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि, नक्सली अगर सामने नहीं आना चाहते हैं, तो वे वीडियो कॉल पर भी बात करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि, वे नक्सलियों से पूछना चाहते हैं कि आखिर विकास रोकने का कारण क्या है?
दरअसल, गृहमंत्री विजय शर्मा मंगलवार को पुलिस हेल्पलाइन नंबर-112 के रायपुर स्थित मुख्यालय पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि, नक्सली क्षेत्र में काम कर रहे जवानों के लिए बहुत सारे सुरक्षा के उपाय किए जा रहे हैं। जवानों की सुरक्षा को उन्होंने अपना पहला धर्म और कर्तव्य बताया।
गृह मंत्री मंगलवार को हेल्पलाइन नंबर 112 मुख्यालय का दौरा करने पहुंचे थे।
‘बस्तर के युवा मुंबई में हीरो बनना चाहते हैं’
गृहमंत्री ने कहा कि विरोध करने की जगह, नक्सलियों को पत्र जारी करना चाहिए कि गांव-गांव में स्कूल खोले जाएं। उन्होंने कहा कि, कुछ दिन पहले वे नारायणपुर गए थे। तब जंगल में रहने वाले आदिवासियों से मिले। युवक चाहते हैं कि वो मुंबई से हीरो बनकर आए। गांव की उन्नति चाहते हैं।
डायल-112 एक अच्छी योजना
गृहमंत्री शर्मा ने कहा कि डायल-112 बहुत ही लाभकारी योजना है। इसे और संवेदनशील होकर चलाना है। इसमें सभी अधिकारी और कर्मचारी अच्छा काम कर रहे हैं। मैंने इसकी रिपोर्ट देखी है। कोशिश है कि इसमें और अच्छा क्या कर सकते हैं। यह देखने के लिए मैं 112 मुख्यालय दौरे पर आया हूं।
पुलिस अफसरों ने गृहमंत्री का स्वागत किया।
काम करने के लिए अधिकारियों के पास नेता से ज्यादा समय
गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि अधिकारियों के पास काम करने के लिए 35 से 40 साल का समय होता है। मेरे जैसे राजनीतिक कार्यकर्ता के पास एक विषय पर केवल 4-5 साल का समय है। इस वजह से छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा में जो बन सकेगा, वह मैं करूंगा। डायल-112 को छत्तीसगढ़ के सभी जिलों तक बढ़ाया जाएगा।
(Bureau Chief, Korba)