KORBA: कोरबा के नड़ियाखड़ क्षेत्र में बीती बुधवार रात राखड़ के दलदल में फंसे एक मवेशी को गौ सेवा समिति ने घंटो मशक्कत के बाद बचाया। राखड़ के मनमाने डंपिंग इंसान और मवेशियों के लिए मुसीबत बनी हुई है। बता दें कि शहर और जिले के बिजली घरों में भारी मात्रा में हर रोज कोयला का उपयोग करने के बाद उसके राख को दर्री बाईपास राताखार मार्ग डंप किया जा रहा है।
दरअसल, प्रगति नगर और राताखार के मध्य नदियाखड इलाके में परिवहन कारोबारी के द्वारा बिजली घरों से निकलने वाली राख को मनवाने तरीके से डंप किया जा रहा है। इसके नजदीक में ही हसदेव नदी का प्रवाह क्षेत्र है। नदी के जल ग्रहण क्षेत्र के नजदीक राखड़ को लगातार डाले जाने से वहां दलदल बन गई है। इसके कारण कई प्रकार के खतरे बने हुए हैं।
दो दिन से दलदल में फंसा था मवेशी
लोगों की मानें तो मवेशी दो दिन से दलदल में फंसा हुआ था। दलदल में मवेशी गिरकर छटपटा रही थी। जहां एक मवेशी चराने गए ग्रामीण की नजर दलदल में फंसे मवेशी पर पड़ी तो तुरंत इसकी सूचना गौ सेवा समिति को दी गई। इस बारे में सूचना मिलने पर गोपालक समिति के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और अपने संसाधन के साथ मवेशी को बाहर निकाला।
दर्री बाइपास मार्ग पर काफी मात्रा में राखड़ डंप किया जा रहा है।
गौ सेवक अक्षत शर्मा ने बताया कि दर्री बाइपास राताखार मार्ग पर भारी मात्रा में रखड़ का डंप किया जा रहा है। इसके चलते आम लोगों को परेशानी हो रही है। बारिश के बाद इलाके में दलदल सा हो गया है, जिसमें एक मवेशी फंस गया था। मवेशी का घंटो रेस्क्यू कर बाहर निकल गया। इंसान भी इसकी चपेट में आ सकता है। संबंधित विभाग को इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
राखड़ से हसदेव नदी हो रहा दूषित
स्थानीय लोगों का कहना है कि दर्री बाइपास मार्ग पर काफी मात्रा में राखड़ डंप किया जा रहा है जो हसदेव नदी को भी दूषित कर रहा है। दर्री मुख्य मार्ग ही नहीं बड़ी मात्रा में शहर के कई क्षेत्रों में भारी मात्रा में रखड़ डंप किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन इस पर कार्रवाई नहीं करता है तो वे आंदोलन करेंगे।
संबंधित विभाग नहीं कर रहा ठीक से कार्रवाई
शहर के आसपास जंगलों में भारी मात्रा में राखड़ डंप किया गया है। इसकी शिकायत कलेक्टर से भी की गई है। हालांकि संबंधित विभाग नियमों को ताक पर रखकर परिवहन में लगे राखड़ से भरी ट्रक पर कार्रवाई जरूर कर रही है जो महज दिखावा ही कहा जा सकता है।