Saturday, December 21, 2024
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              CG Liquor & Coal Scam Case: छत्‍तीसगढ़ में शराब और कोयला घोटाले में नया मोड़… कवासी लखमा, पूर्व IAS समेत 100 के खिलाफ FIR, कोल और शराब घोटाला मामले में ACB ने दर्ज किया नामजद मामला, ED की शिकायत पर बड़ी कार्रवाई

              रायपुर: छत्‍तीसगढ़ में शराब और कोयला घोटाला मामले नया मोड़ आया है। ED ने रायपुर के एंटी करप्‍शन ब्‍यूरा (ACB) में एफआइआर दर्ज कराई है। इस मामले में 100 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर हुई है। कोयला घोटाला मामले में 30 से अधिक लोगों के खिलाफ और शराब घोटाले में 70 से ज्यादा लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। ये मामला 17 जनवरी को दर्ज किया गया है। शुक्रवार को इस केस की जानकारी मीडिया में आ गई। जिन लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया उनमें प्रदेश के पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, पूर्व मुख्‍य सचिव, 2 निलंबित IAS, रिटायर्ड IAS अफसर सहित कई अन्‍य कांग्रेस के नेताओं के नाम शामिल हैं।

              ईडी ने सौम्या चौरसिया, रानू साहू, समीर बिश्नोई,अनिल टुटेजा, यश टुटेजा, विवेक ढांड ,पूर्व मंत्री कवासी लखमा, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक यू डी मिंज, पूर्व विधायक गुलाब कमरो के नाम से भी नामजद FIR दर्ज की है। कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, कांकेर के पूर्व विधायक शिशुपाल का नाम भी FIR में है। पूर्व विधायक चंद्रदेव राय, पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह, इदरीश गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी माने जाने वाले विजय भाटिया का नाम भी एफआईआर में शामिल है।

              कोल मामले में आरोपियों की लिस्ट

              ACB की FIR में ये नाम शामिल हैं।

              कोड वर्ड में अफसरों के नाम डायरी
              सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ACB ने जो FIR कोल केस दर्ज की है उसमें आरोपी सूर्यकांत तिवारी की एक डायरी का जिक्र है। इस डायरी में पुलिस अधिकारी अभिषेक माहेश्वरी, दीपांशु काबरा, भोजराम पटेल, जेपी मौर्य, कुंजाम साहब, पीयूष भाटिया नाम के लोगों की भी संलिप्तता की जांच को जरूरी बताया गया है। FIR में लिखा गया है कि सूर्यकांत तिवारी खुद की लिखी डायरी में कोड वर्ड में इन लोगों के नाम और लेनदेन का हिसाब लिखता था।

              IAS रानू साहू कोल मामले में रायपुर की जेल में बंद हैं।

              प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक पूरा मामला जुलाई 2020 से जून 2022 के बीच का है। FIR में दर्ज नेताअों, अफसरों के सिंडीकेट ने 540 करोड रुपए की अवैध लेवी वसूल की है। जिसमें लगभग 296 करोड़ की अवैध लवी के बंटवारे की जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है, और बाकी बचे 244 करोड़ की लेवी की भी जांच होनी है।

              IAS समीर और राज्य प्रशासनिक सेवा की सौम्या चौरसिया भी आरोपी हैं।

              IAS समीर और राज्य प्रशासनिक सेवा की सौम्या चौरसिया भी आरोपी हैं।

              कोल केस में अब तक क्या हुआ
              प्रवर्तन निदेशालय ने कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सचिवालय में काम करने वाली अधिकारी सौम्या चौरसिया, IAS समीर बिश्नोई समेत कुछ 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। जो अब भी रायपुर की जेल में है। 222 करोड़ की संपत्ति अटैच की गई है और इस पूरे मामले की जांच जारी है। प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के अलावा इसे प्रदेश का बड़ा आर्थिक अपराध मानते हुए शिकायत प्रदेश की ACB से की थी।

              विधायक समेत 1 दर्जन कांग्रेस नेता केस में आरोपी बनाए गए हैं।

              विधायक समेत 1 दर्जन कांग्रेस नेता केस में आरोपी बनाए गए हैं।

              समझिए क्या है कोल स्कैम
              ED ने छत्तीसगढ़ में जांच के बाद 540 करोड़ के कोल लेवी स्कैम का खुलासा किया था। इसमें IAS रानू साहू के अलावा IAS समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया, जेडी माइनिंग एसएस नाग और कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार किया। इसके अलावा कांग्रेस नेता और कुछ कारोबारी भी EDके जांच के दायरे में रहे। इन लोगों से पूछताछ की गई है और इनके घरों से कुछ दस्तावेजों को भी जब्त किया गया । ईडी ने पिछले साल 540 करोड़ के अवैध कोल परिवहन का केस दर्ज किया है। कोल परिवहन में कोयला एजेंसियों से प्रति टन 25 रुपए कमीशन वसूलने का आरोप है। ये वूसली सिंडीकेट करता था, सिंडीकेट के लोगों के नाम पर ही FIR हुई है।




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