KORBA (BCC NEWS 24): छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने 9 फरवरी को बजट पेश कर दिया। इसमें कोरबा जिले के लिए एल्यूमिनियम पार्क, कोरबा-बिलासपुर इन्डस्ट्रियल कॉरिडोर समेत 500 करोड़ रुपए के विकासकार्यों की घोषणा भाजपा सरकार ने की है। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बजट में इसकी घोषणा की।
कोरबा के लोगों ने विकास कार्यों के ऐलान पर विधायक और वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन का आभार जताया। कोरबा जिले में एल्यूमिनियम पार्क की मांग लंबे समय से की जा रही थी। कांग्रेस सरकार में कई बार उद्योग संघ ने इसकी मांग की थी।
वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन।
उद्योग मंत्री बनने के बाद लखन लाल देवांगन ने कोरबा से बिलासपुर के बीच इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए अधिकारियों को योजना बनाने निर्देशित किया था। उनके प्रयास की वजह से कोरबा की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी हो गई है। कोरबा में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए 5 करोड़ और एल्यूमिनियम पार्क के लिए 5 करोड़ की घोषणा बजट में की गई है।
इसके अलावा कटघोरा से डोंगरगढ़ रेलवे लाइन के लिए 300 करोड़ की भी घोषणा बजट में की गई है। मंत्री लखनलाल देवांगन जब कटघोरा विधानसभा से विधायक और संसदीय सचिव थे, तब उनके प्रयासों से महत्वपूर्ण रेल कॉरिडोर की नींव रखी गई थी, लेकिन सरकार बदलने के बाद कांग्रेस ने इस प्रोजेक्ट में रुचि नहीं दिखाई थी।
अब बजट में इसकी घोषणा होने के बाद कटघोरा से डोंगरगढ़ रेलवे लाइन का निर्माण तेज गति से शुरू होगा।
लेमरू एलीफैंट कॉरिडोर के लिए 20 करोड़ की घोषणा।
पहले ही बजट में मंत्री लखनलाल देवांगन ने जनता से किए वादे को किया पूरा
कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन की शुरू से ही कोशिश रही कि कोरबा में जल्द से जल्द एल्यूमिनियम पार्क की स्थापना हो। उन्होंने पहले बजट में ही एल्यूमिनियम पार्क के लिए प्रस्ताव मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और वित्त मंत्री ओपी चौधरी को दिया। उन्होंने इस पार्क की जरूरत भी बताई थी। बालको के स्मेल्टर प्लांट में एल्यूमिनियम तैयार होता है। एल्यूमिनियम पार्क के बन जाने से एल्यूमिनियम से तैयार होने वाले उत्पाद कोरबा में ही बन सकेंगे।
एल्यूमिनियम पार्क ऐसा औद्योगिक क्षेत्र होगा, जहां एल्यूमिनियम से बनने वाले विभिन्न प्रोडक्ट की इकाईयां लगेंगी। वैसे तो कोरबा में बड़े-बड़े पावर प्लांट और कोयला खदानें है। जहां तक छोटी औद्योगिक इकाईयों की बात है, तो केवल कोरबा में रजगामार रोड पर विकसित किया गया इंडस्ट्रियल एरिया ही है। एल्यूमिनियम पार्क बनने से जरूरी कच्चा माल विशेष रूप से एल्यूमिनियम बालको से मिल जाएगा।
वर्तमान में बालको में 5.75 लाख टन से भी ज्यादा एल्यूमिनियम का उत्पादन होता है और उसे बाहर भेज दिया जाता है। स्थानीय स्तर पर लघु इकाईयां होने से न केवल रोजगार का सृजन होता, बल्कि क्षेत्र का विकास भी होता।
लेमरू एलीफैंट कॉरिडोर के लिए 20 करोड़ की घोषणा
हाथी प्रभावित क्षेत्रों में बढ़ते हाथी-मानव द्वंद्व को रोकने के लिए पूर्ववर्ती सरकार ने लेमरू एलिफैंट कॉरिडोर की अधिसूचना जारी की थी, लेकिन राशि नहीं देने की वजह से इसका काम रुका हुआ था। अब इसके लिए बजट में 20 करोड़ की घोषणा की गई है।
(Bureau Chief, Korba)