कोरबा: जिले के हाथी प्रभावित ग्राम चचिया में स्थित धान उपार्जन केंद्र में एक बार फिर दंतैल हाथी ने दस्तक दी। यह तीसरा मौका था जब हाथी रात के वक्त यहां फिर पहुंचा। इससे पहले भी दो बार हाथी इस उपार्जन केंद्र में आ चुका है और धान खाकर लौट गया। हाथी के आने से यहां के कर्मचारियों में दहशत बनी रही और वे हाथी के जाने का इंतजार करते रहे।
चचिया धान खरीदी केंद्र में 6 कट्टा धान को बोरी फाड़ कर नुकसान किया। इस दौरान हाथी ने तिरपाल हटाकर धान को खाया और चलता बना। यहां अभी वर्तमान में 670 क्विंटल धान उठाव के लिए बचे हैं।
धीमी गति से धान का उठाव
इस समिति के प्रबंधक कई बार हाथी की समस्या के कारण धान का उठाव जल्द करने के लिए आग्रह विपणन अधिकारी और प्रशासन से किया है। लेकिन उठाव की गति धीमी होने के चलते नुकसान हो रहा है।

हाथियों को लेकर जिला प्रशासन नहीं ले रहा कोई सुध
ग्रामीण की मानें तो हाथियों का विचरण काफी लंबे समय से इस इलाके में हो रहा है। यहां हाथी फसल मकान और जन-जीवन को भी प्रभावित कर रहे हैं। ग्रामीण जंगल जाने से डरते हैं। वहीं देर शाम होते ही आसपास के इलाकों में सन्नाटा छा जाता है।
ग्रामीणों ने हाथी से राहत पाने कई बार जिला प्रशासन से पत्राचार किया है लेकिन अब तक उन्हें राहत नहीं मिल पाई है। इस तरह से हाथी के कारण कभी भी जनहानि हो सकती है। वहीं वन विभाग मौके की निगरानी कर रहा है।

(Bureau Chief, Korba)