- श्रीमती सुहावन की अपने पोता-पोती के उज्जवल भविष्य की चिंता हुई दूर
रायपुर: हर मां-बाप का सपना होता है कि उनका बच्चा अच्छे स्कूल में पढ़े। एक अच्छे वातावरण में जीवनयापन करे, शिक्षक, डॉक्टर-इंजीनियर बने, लेकिन कई बार आर्थिक परिस्थिति ठीक नहीं होने के कारण यह सपना अधूरा रह जाता है। यह सपना है मुंगेली विकासखण्ड के ग्राम करही की 65 वर्षीय श्रीमती सुहावन साहू का। वह अपने पोता-पोती को अच्छे स्कूल में पढ़ाना चाहती थी और उनके भविष्य को संवारना चाहती थी। लेकिन वह अपने आर्थिक परेशानी के चलते यह सपना पूरा नहीं कर पा रही थीं। छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना के शुरू होने से श्रीमती सुहावन जैसी कई महिलाओं के छोटे-छोटे सपने अब पूरे हो सकेंगे। योजना के तहत मिलने वाली राशि का उपयोग श्रीमती सुहावन अब अपने पोता-पोती की बेहतर शिक्षा के लिए कर सकेंगी।
श्रीमती साहू ने बताया कि उनका सपना था कि अपने पोता-पोती को डॉक्टर- इंजीनियर बनाने का है। उनके घर की आर्थिक परिस्थिति ठीक नहीं होने के कारण वे अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं दिला पाई थी, लेकिन अब वह अपने पोता-पोती को अच्छे स्कूल में दाखिला दिलाकर उनका भविष्य उज्जवल बनाना चाहती हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में मोदी की गारंटी पर अमल करते हुए महतारी वंदन योजना की शुरूआत करने का स्वागत किया है।
गौरतलब है कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा महतारी वंदन योजना की शुरूआत की गई है। योजना के तहत पात्र महिलाओं के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से 1000 रूपए की राशि प्रतिमाह अंतरित की जाएगी। प्रथम किश्त की राशि मार्च महीने में जारी होगी। इस योजना से महिलाओं को आर्थिक स्वालंबन की दिशा में आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी। वहीं इससे मिलने वाली राशि से उनकी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी होंगी। महिलाओं को आर्थिक रूप से संबल मिलेगा और परिवार के निर्णयों में महिलाओं की भूमिका बढ़ेगी।
(Bureau Chief, Korba)