BILASPUR: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में शुक्रवार को UP की रहने वाली इंजीनियरिंग की एक छात्रा की मौत हो गई। वह अपने दोस्त के साथ बाइक पर घूमने के लिए निकली थी। इस दौरान ट्रक ने बाइक को टक्कर मारी और सड़क पर गिरी छात्रा को कुचलते हुए निकल गई। हादसा कोनी थाना क्षेत्र में हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को तड़के करीब 4 बजे सूचना मिली कि नेशनल हाईवे पर सेंदरी के पास ट्रक ने बाइक को सामने से टक्कर मार दी है। हादसे में एक युवती की मौत हो गई है और एक युवक गंभीर रूप से घायल है। पुलिस मौके पर पहुंची तो चालक ट्रक छोड़कर भाग चुका था।
हादसे में छात्रा पहिए के नीचे आ गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
सेंट्रल यूनिवर्सिटी में पढ़ती थी छात्रा
पुलिस ने घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर और उनके पास मिले आईडी कार्ड से युवक-युवती की पहचान हुई। दोनों गुरू घासीदास यूनिवर्सिटी में बीटेक के स्टूडेंट हैं और हॉस्टल में रहते थे।
परिजन के आने पर होगा शव का पीएम
छात्र सेल्फर शेट्टी विशाखापट्नम का रहने वाला है और छात्रा शैलजा सिंह उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के माधवगढ़ की रहने वाली थी। पुलिस ने दोनों के परिजनों को सूचना दे दी है। थाना प्रभारी गोपाल सतपथी ने बताया कि परिजनों के आने के बाद शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।
गंभीर रूप से घायल छात्र को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हॉस्टल की सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
हादसे के बाद यूनिवर्सिटी के गर्ल्स और बॉयज हॉस्टल की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि हॉस्टल के छात्र और छात्रा पूरी रात यूनिवर्सिटी कैंपस से बाहर घूमते हैं। इसके बाद भी हॉस्टल के वार्डन सहित स्टाफ कोई जानकारी नहीं लेता। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है। हॉस्टल में छात्र-छात्राओं के आने-जाने का कोई टाइम नहीं है।
ABVP ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को सौंप कर जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
AVBP ने की जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग
दूसरी ओर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने यूनिवर्सिटी प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हॉस्टल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर छात्र नेताओं ने चेतावनी दी है। परिषद के सह मंत्री वैष्णवी और शशांक सोनवानी ने कहा कि हॉस्टल में वार्डन की जानकारी के बिना दोनों छात्र-छात्रा रात से ही गायब थे।
आरोप लगाया है कि इसके बाद भी वार्डन ने उनकी कोई सुध नहीं ली। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रबंधन से मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
यूनिवर्सिटी ने जांच के लिए कमेटी गठित की
वहीं यूनिवर्सिटी के मीडिया प्रभारी एम. त्रिपाठी ने कहा कि, हॉस्टल में स्टूडेंट के आने-जाने का नियम बना है। शाम 6 बजे के बाद बिना अनुमति के आना-जाना प्रतिबंधित है। दोनों स्टूडेंट अनुमति लेकर निकले थे या नहीं इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है। जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। दोषियों पर कार्रवाई होगी।
(Bureau Chief, Korba)