RAIPUR: रायपुर में होली के दिन सोमवार सुबह 6 बजे विराज फर्नीचर गोदाम में अचानक भीषण आग लग गई। पास से गुजर रहे कुछ राहगीरों ने गोदाम से धुआं और आग की ऊंची-ऊंची लपटें देखी, तो फायर ब्रिगेड को सूचना दी। आग पर काबू पा लिया गया है। मामला सड्डू मोवा इलाके का है।
फर्नीचर गोदाम के पास कोई रिहायशी इलाका नहीं है। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ी से रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। लगभग तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन गोदाम का पूरा सामान जलकर खाक हो गया।
अंदर रखा सामान जलकर खाक।
पूरे इलाके में पॉवर कट किया गया
सूचना मिलने के बाद विधानसभा पुलिस टीम भी पहुंची। हादसे वाली जगह की सड़क को डायवर्ट किया गया, ताकि रेस्क्यू ठीक तरह से हो सके। साथ ही पूरे इलाके की बिजली भी काट दी गई थी। फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम जांच कर रही है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी है या फिर किसी ने जानबूझकर लगाई है।
रेस्क्यू टीम के जवानों ने बुझाई आग।
करोड़ों के नुकसान की आशंका
विराज फर्नीचर गोदाम में कई लग्जरी फर्नीचर जैसे सोफा, डाइनिंग टेबल, नक्काशी दार फर्नीचर रखे हुए थे। इनमें से कुछ को होली के बाद ग्राहकों को डिलीवरी भी की जानी थी। हादसे में जले सामान में कई फर्नीचर सेट की कीमत लाखों में है। ऐसे में करोड़ों रुपए के नुकसान की आशंका है।
फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मंगवानी पड़ीं।
हालांकि अभी नुकसान का सही आंकलन नहीं हो पाया है। फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कर जांच कर रही है। गोदाम के मालिक से भी पूछताछ की जा रही है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं।
बाहर लगी टिन शेड भी जल गई।
रेस्क्यू टीम में फायर ब्रिगेड टीम के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट पुष्पराज सिंह, एएसआई अनिल साहू, वाय स्टीफन, पूर्णानंद देवांगन, प्रह्लाद निषाद, नारायण पुरी, फायरमैन अजय सिंह ठाकुर, पेनु मांडवी, हेमंत ठाकुर, भंवरलाल पुराना, किशोर पाल, ललित चेलक, हरीश वर्मा, वीरेंद्र दीवान शामिल रहे।
अलर्ट पर फायर ब्रिगेड टीम
रायपुर में 2000 से ज्यादा जगहों पर होलिका दहन किया गया। ऐसे में कई बार होलिका की लपटों की वजह से ऊपर लगे तारों और आसपास के पेड़ों में भी आग लग जाती है। जिस वजह से हादसे होते हैं। इसे ध्यान में रखकर ब्रिगेड की टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
रायपुर के कुछ चौराहों पर पहले से ही फायर ब्रिगेड की टीम को तैनात किया गया है, ताकि किसी भी घटनास्थल पर पहुंचने में ज्यादा वक्त ना लगे।
(Bureau Chief, Korba)