नई दिल्ली: वित्तीय संकट से जूझ रही एडटेक कंपनी बायजूस के फाउंडर बायजू रवीन्द्रन की नेटवर्थ शून्य हो गई है। एक साल पहले यानी 4 अप्रैल 2023 को उनकी नेटवर्थ 2.1 बिलियन डॉलर (तब करीब ₹17,545 करोड़) थी। फोर्ब्स की बिलेनियर इंडेक्स 2024 में ये जानकारी सामने आई है।
फोर्ब्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले साल की लिस्ट से इस बार 4 लोगों को बाहर किया गया है, उनमें रवीन्द्रन भी शामिल हैं। हाल ही में ब्लैकरॉक ने बायजूस की वैल्यूएशन घटाकर 1 बिलियन डॉलर कर दी थी। 2022 में इसकी पीक वैल्यूएशन 22 बिलियन डॉलर थी।
बायजूस की स्थापना 2011 में रवींद्रन ने की थी। उनकी पत्नी दिव्या, उनके शुरुआती छात्रों में से एक हैं और बोर्ड में भी शामिल हैं। कंपनी अभी नकदी संकट से जूझ रही है। ऐसे में पिछले महीने बायजूस शेयरहोल्डर्स ने रवींद्रन को CEO पद से हटाने के लिए वोटिंग भी की थी।
5 बड़ी बातें जो बायजूस के साथ बीते दिनों हुई
- बायजूस शेयरहोल्डर्स ने पिछले महीने रवींद्रन को CEO पद से हटाने और पत्नी दिव्या और भाई रिजु को भी हटाने के लिए वोटिंग की थी।
- दिसंबर महीने में बायजू रवींद्रन ने एम्प्लॉइज को सैलरी देने के लिए अपने घर के साथ-साथ अपने फैमिली मेंबर्स का घर भी गिरवी रखा था।
- भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने बायजूस के खिलाफ दिवालिया कार्रवाई शुरू की। बायजूस पर ₹158 करोड़ के पेमेंट में चूक का आरोप है।
- ED ने 9,000 करोड़ से अधिक के FEMA उल्लंघन मामले में नोटिस भेजा। फॉरेन करेंसी फ्लो को लेकर 1999 में FEMA बना था।
- गुरुग्राम ऑफिस का रेंट पेमेंट न करने पर कर्मचारियों को प्रॉपर्टी मालिक ने बाहर कर दिया। उनके लैपटॉप जब्त कर लिए।
फोन पर ही कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही बायजूस
पिछले कई महीने से बायजूस में कर्मचारियों की छंटनी जारी है। अब फोन कॉल पर भी एम्प्लॉइज की छंटनी की जा रही है। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, बायजूस की फाइनेंशियल कंडीशन इतनी खराब है कि ना तो कंपनी किसी एम्प्लॉइज के काम का रिव्यू कर रही है और ना ही उन्हें नोटिस पीरियड सर्व करने का मौका दे रही है।
कंपनी का दावा- यह बिजनेस रीस्ट्रक्चरिंग का आखिरी फेज
बायजूस के स्पोक्सपर्सन ने मनीकंट्रोल से कंपनी में छंटनी की पुष्टी की है। स्पोक्सपर्सन ने बताया, ‘हम बिजनेस रीस्ट्रक्चरिंग के आखिरी फेज में हैं। कंपनी ने अक्टूबर 2023 में रीस्ट्रक्चरिंग शुरू की थी ताकि कंपनी का खर्च घटाया जा सके। कानूनी उलझनों के कारण हम बहुत मुश्किल हालात से गुजर रहे हैं और यही हालात कंपनी के हर कर्मचारी के हैं।’
रवीन्द्रन ने मैथमैटिक्स टीचर के तौर पर की थी करियर की शुरुआत
बायजू रवीन्द्रन एक मैथमैटिक्स टीचर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी। 2011 में उन्होंने बायजूस की स्थापना की, तब यह सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाला स्टार्टअप बन गया। कंपनी ने 2022 में इसकी वैल्यूएशन 22 बिलियन डॉलर करीब 1.84 लाख करोड़ रुपए बताई थी। बायजूस प्राइमरी लेवल से लेकर MBA तक के स्टूडेंट्स को कोचिंग देती है।
(Bureau Chief, Korba)