KORBA: छत्तीसगढ़ के कोरबा में ग्रामीण पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। SECL गेवरा क्षेत्र से प्रभावित आमगांव के आक्रोशित लोग बर्तन लेकर घंटों प्रदर्शन करते रहे। एसईसीएल प्रबंधन से पानी की गंभीर समस्या का समाधान करने की मांग की। उन्होंने मांगें पूरी नहीं होने पर SECL के मुख्य कार्यालय पर बर्तनों के साथ प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
SECL गेवरा दीपका के उत्पादन क्षमता पर्यावरण से स्वीकृति होने के बाद लगातार खदान का विस्तार किया जा रहा है। इन खदानों की वजह से क्षेत्र के प्रभावित ग्रामों में जल की समस्या विकराल हो गई है। जैसे-जैसे खदान का विस्तार और उत्पादन किया जा रहा है, वैसे-वैसे जल का स्रोत खत्म हो गया है।
सूखे पड़े हैं गांव में नल।
प्रभावित ग्रामों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं
SECL गेवरा दीपका क्षेत्र में पानी को लेकर हर साल करोड़ों का टेंडर किया जाता है, जो कि उस एरिया के प्रभावित ग्रामों में शुद्ध पेयजल और निस्तारी मुहैया कराने के लिए होता है, लेकिन SECL प्रबंधन लोगों को पानी देने पर नाकाम है।
खाली डिब्बे लेकर धरना पर बैठे ग्रामीण।
लगातार हैवी ब्लास्टिंग और खनन कार्य जोरों पर
बताया जा रहा है कि खदानों में लगातार हैवी ब्लास्टिंग और खनन कार्य जोरों पर है। अधिकारी अपने उत्पादन को ज्यादा महत्व दे रहे हैं, जिन्होंने अपनी जमीन देश हित के लिए दी है, उनकी व्यवस्था पर प्रश्न वाचक चिन्ह लग गया है।
गांव के लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा।
एसईसीएल दीपका को खनन कार्य के लिए दिया गया
ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अमगांव ग्राम इकाई संयोजक अमृता यादव ने बताया कि अमगांव पंचायत को एसईसीएल गेवरा के द्वारा अर्जन किया गया है। गेवरा के ही द्वारा एसईसीएल दीपका को खनन कार्य के लिए दिया गया है।
गांव में पानी की समस्या हो रही विकराल।
वादे से मुकर गया SECL प्रबंधन
पानी की मांग को लेकर पिछले दिनों एसईसीएल गेवरा सभागार में प्रबंधन के अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी, जिसमें प्रबंधन ने पानी की उत्तम व्यवस्था करने की बात कही थी, लेकिन अब अपने बातों से मुकर रहे हैं। कह रहे हैं कि अमगांव पंचायत को पानी देने की जिम्मेदारी दीपका प्रबंधन की है।
(Bureau Chief, Korba)