DURG: दुर्ग IG रामगोपाल गर्ग ने साइबर अपराध को रोकने के लिए गूगल को नोटिस जारी किया है। आईजी ने नोटिस में लिखा है कि लोगों को ठगने के लिए साइबर ठग गूगल प्लेटफार्म का उपयोग करते हैं। इसलिए गूगल को ऐसे फर्जी कस्टमर केयर नंबरों पर कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं आईजी ने गूगल से नोटिस का जवाब भी मांगा है।
दरअसल, पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग राम गोपाल गर्ग ने 15 मई को गूगल के नोडल अधिकारी को नोटिस जारी किया है। नोटिस में आरोप लगाया गया है कि गूगल सर्च पेजों पर प्रदर्शित फर्जी कस्टमर केयर नंबरों के कारण ही लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। इसलिए इस तरह की धोखाधड़ी वाली गतिविधियों को रोकने के लिए ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।
गूगल प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं साइबर ठग
आईजी गर्ग ने पत्र में लिखा है कि विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध करने वाले साइबर ठग गूगल प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं। अक्सर गूगल विज्ञापनों का उपयोग धोखेबाजों द्वारा किया जाता है, ताकि गूगल सर्च परिणामों में फर्जी नंबर सबसे ऊपर दिखें।
साइबर ठगों द्वारा प्रमुख बैंकों, बीमा कंपनियों, होटलों, वॉलेट्स, यूपीआई, गैस एजेंसियों, चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य आवश्यक सेवाओं के कस्टमर केयर नंबरों को अपडेट करने के नाम से लोगों को ठगा जा रहा है।
गूगल प्लेटफार्म पर लोगों का है विश्वास
भारत में लगभग सभी लोग गूगल सर्च इंजन का उपयोग अपने मोबाइल या लैपटॉप के जरिए करते हैं। उन्हें गूगल सर्च में आने वाले परिणामों पर भरोसा होता है। ऐसे में कई बार लोग फर्जी नंबरों को असली कस्टमर केयर नंबर मान लेते हैं। ऐसे में साइबर ठग उन्हें अपने जाल में फंसाता है और उनसे ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं।
लोगों को बचाया जा सकेगा धोखाधड़ी से
आईजी ने गूगल को आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के माध्यम से बताया कि किस प्रकार की धोखाधड़ी गतिविधियों से समाज पर पड़ने वाले प्रभाव को रोकने के लिए गूगल को आवश्यक कदम उठाना चाहिए। गूगल ऐसे साइबर ठगों और फर्जी कॉल सेंटर के नंबरों को सर्च पेज से हटाएगा तो नागरिकों को इस तरह की धोखाधड़ी से बचाया जा सकेगा।
(Bureau Chief, Korba)