नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी ने शपथ ग्रहण से पहले 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर संभावित मंत्रियों के साथ मीटिंग की। मोदी ने इन्हें फोन कर चाय पर चर्चा के लिए बुलाया था। बैठक में 4 पूर्व सीएम- राजनाथ सिंह, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर और कुमारस्वामी शामिल हुए। मोदी के साथ ये आज मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
इनके अलावा 2019 में मंत्री रहे नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, ज्योतिरादित्य सिंधिया और अर्जुन राम मेघवाल को फिर से मंत्री पद मिल सकता है। TDP सांसद राम मोहन नायडू भी मंत्री बनेंगे। 36 साल के राम मोहन भारत के सबसे कम उम्र के कैबिनेट मंत्री होंगे।
LJP(R) से चिराग पासवान, JDU से रामनाथ ठाकुर और ललन सिंह, HAM के जीतनराम मांझी और अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल को भी मंत्री बनाया जा सकता है। हरियाणा से मनोहर लाल के अलावा राव इंद्रजीत को भी फोन आया है। यूपी के पीलीभीत सीट से सांसद जितिन प्रसाद को भी मंत्री पद मिल सकता है। माना जा रहा है कि कैबिनेट में यूपी-राजस्थान और गुजरात की हिस्सेदारी घटेगी।
वहीं, महाराष्ट्र में NCP (अजित पवार गुट) के किसी नेता के पास मंत्री पद को लेकर अभी तक फोन नहीं आया है। पहले राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल को मंत्री बनाने की चर्चा थी। इसे लेकर NCP नेताओं के नाराजगी है। महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस दिल्ली में NCP नेता सुनील तटकरे के घर NCP नेताओं को मनाने में जुटे हैं।
नरेंद्र मोदी आज शाम 7:15 बजे राष्ट्रपति भवन में तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले उन्होंने सुबह महात्मा गांधी और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को नमन किया।
शपथ लेने के साथ ही मोदी पूर्व पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू के लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बनने के 62 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। नेहरू 1952, 1957 और 1962 में लगातार 3 बार विजयी होकर पीएम बने थे। हालांकि, नेहरू की सरकार पूर्ण बहुमत की थी। मोदी की तीसरी पारी गठबंधन की बुनियाद पर चलेगी।
देश में 1990 के दशक से गठबंधन की राजनीति चल रही थी। इस चलन को मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने 2014 और 2019 में पूर्ण बहुमत हासिल करके तोड़ा था। हालांकि, 2024 में भाजपा 240 सीटों पर सिमट गई और बहुमत के लिए उसे अपने सहयोगी दलों की जरूरत पड़ी।
7 जून को संसद के सेंट्रल हॉल में हुई मीटिंग में NDA नेताओं ने मोदी को अपना नेता चुन लिया। अब शपथ का इंतजार है। समारोह में चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान को छोड़कर 7 पड़ोसी देशों- श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीव, सेशेल्स, मॉरिशस, नेपाल और भूटान के राष्ट्र प्रमुख शामिल होंगे।
(Bureau Chief, Korba)