दंतेवाड़ा। सीएमएचओ कार्यालय में एसीबी ने छापा मार एक बीएमओ को 15 हजार की रिश्वत के साथ धार दबोचा। स्वास्थ्य विभाग में किराए पर लगे वाहन का पेमेंट मालिक को करने के एवज में बीएमओ डॉक्टर बेनुगोपाल ने पैसे मांगे थे। कटियाररास के रहने वाले सुनील नाग की शिकायत पर एसीबी ने ये करवाई की है।
शिकायतकर्ता सुनील नाग ने बताया कि उसका वाहन चिरायु योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग में किराए पर लगा था। करीब एक साल चलाने के बाद भी पैसा विभाग से नहीं दिया गया। बीएमओ से कई बार गुहार लगाई। बीएमओ ने कहा 15 हजार रुपए दोगे तो पैसा निकाल देंगे। इस बात पर हां कहने के बाद वह लौट आया। इसके बाद उसने जगदलपुर एसीबी कार्यालय में शिकायत की।
एसीबी ने ऐसे पकड़ा
शिकायत के बाद शुक्रवार को वह बीएमओ के कहने पर सीएमएचओ कार्यालय पहुंचा। एसीबी के द्वारा लगाए गए केमिकल युक्त नोटों को उसने बीएमओ को दिया। इधर जैसे ही रुपए देकर कार्यालय से बाहर हुआ, एसीबी ने छपा मार दिया। एसीबी ने बीएमओ को 15 हजार नोटों के साथ रंगे हाथों पकड़ा। एसीबी ने पूरी करवाई कर उसे कोर्ट में पेश किया है।
कार्रवाई को लेकर सीएमएचओ संजय बसाक का कहना है कि एसीबी ने डॉक्टर बेनुगोपाल राव को रिश्वत लेते पकड़ा है। यह कितनी बड़ी रकम है मुझे जानकारी नहीं है।
बीएमओ ने कहा था पैसा ज्यादा दोगे तो बिल भी बढ़ा कर बनाऊंगा
सुनील नाग ने बताया कि पैसा ना मिलने के चलते उसे अपना वाहन भी बेचना पड़ा। कार्यालय के चक्कर काटते काटते थक गया। जब भी पैसे निकालने की बात कहता तो घूस मांगी जाती थी। डॉक्टर बेनुगोपाल राव कहता एडवांस पैसा दो तो बिल भी बढ़ा कर बना दूंगा।
इस बात पर कई बार सुनील ने कहा, “सहाब एक साल का पैसा है, जो भी पैसा निकाल दो, मुझे बढ़ा कर ना तो बिल देना है और ना ही पैसा। बावजूद इसके वह पैसे की डिमांड करता था।”

(Bureau Chief, Korba)