जांजगीर-चांपा। जांजगीर चांपा में पिकनिक के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक नाबालिग की मौत हो गई, जबकि 8 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक की पहचान 11 साल के चंद्रहास दर्वेश के रूप में हुई है, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के समय, पानी गिरने और बिजली चमकने से 20 से 22 लोग पेड़ के नीचे बैठे थे।
जानकारी के मुताबिक, यह घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के सुकली गांव के तालाब पार में हुई। घटना से ठीक पहले तालाब के पास पिकनिक मना रहे युवकों समेत 20 से 22 लोग पानी गिरने और बिजली चमकने की वजह से एक पेड़ के नीचे बैठे हुए थे। इसी दौरान उनपर आकाशीय बिजली आ गिरी, जिससे 9 लोग झुलस गए, घटना के बाद आसपास मौजूद लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया । जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंचे हैं।
जानिए आकाशीय बिजली से कैसे रहे सेफ
गौरतलब है कि आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं आमतौर पर बारिश के दिनों में होती है। मौसम में अचानक आए बदलाव की वजह से कई बार लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश के लिए पेड़ के नीचे आश्रय लेते है, जो उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। जांजगीर में हुई घटना में घायल सभी लोग तालाब के पास मौजूद पेड़ के नीचे बैठे थे।
अगर आप भी कभी इस तरह की स्थिति में फंस जाए तो सबसे पहले कोई मजबूत जगह ढूंढे, जहां खुद को छुपाने के लिए सिर के ऊपर एक मजबूत जगह रहे, वहीं पर खड़े हों। अगर आप-पास कोई मजबूत छत वाली जगह नहीं दिखती है तो तुरंत ही कान पर हाथ रखकर और एड़ियों को जोड़कर बैठ जाना चाहिए और ध्यान रखना चाहिए कि एड़ियां जुड़ी होनी चाहिए।
बिजली के तार और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से बनाए दूरी
बिजली की गर्जना सुनाई देने के बाद कम से कम 30 मिनट तक सुरक्षित स्थान पर बने रहें। जब बिजली चमक रही हो और इस तरह की कोई संभावना नजर आ रही है और आप घर के अंदर हैं तो तूफान आने से पहले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें। तार वाले टेलीफोन का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें। खिड़कियों एवं दरवाजे से दूरी बना लें। बरामदे में भी ना खड़े हों। प्लंबिंग तथा लोहे के पाइपों को न छुएं। नल से बहते पानी का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें।
(Bureau Chief, Korba)