Thursday, September 18, 2025

रूस का दावा, कहा- यूक्रेन ने राष्ट्रपति पुतिन का हेलिकॉप्टर गिराने की कोशिश की, 46 ड्रोन दागे, लेकिन रूसी डिफेंस ने सभी को मार गिराया

कीव: रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का हेलिकॉप्टर गिराने की कोशिश की। रूसी वायु सेना के मेजर जनरल यूरी डैशकिन के मुताबिक पुतिन 20 मई को कुर्स्क के दौरे पर गए थे।

डैशकिन ने बताया कि इस दौरान यूक्रेनी एयरफोर्स ने पुतिन के हेलिकॉप्टर पर 46 ड्रोन से हमला किया लेकिन हमने सभी ड्रोन मार गिराया। डैशकिन ने कहा- हमने एक साथ कई ड्रोन का मुकाबला किया और राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर की सुरक्षा सुनिश्चित की।

यूक्रेन के कब्जे के बाद पहली बार कुर्स्क गए थे पुतिन

कुर्स्क वही जगह है जहां पिछले साल अगस्त में यूक्रेन की सेना ने अचानक हमला किया था और 1100 वर्ग किमी इलाके पर कब्जा कर लिया था।

यह हमला इसलिए बहुत खास था, क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार किसी विदेशी सेना ने रूस की जमीन पर हमला किया था।

पुतिन ने इस इलाके का दौरा करते हुए कहा था कि अब इस जमीन पर फिर से रूस का कब्जा हो गया है। उन्होंने यहां पर बारूदी सुरंगें हटाने के लिए और सैनिक भेजने का आदेश भी दिया था, ताकि लोग अपने घर वापस लौट सकें।

हालांकि, यूक्रेन का कहना है कि उसकी सेना अब भी उस इलाके में डटी हुई है और लड़ाई जारी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि उनकी सेना कुर्स्क और बेलगोरोड जैसे इलाकों में रूस के खिलाफ अभियान चला रही है।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 20 मई को कुर्स्क का दौरा किया था।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 20 मई को कुर्स्क का दौरा किया था।

यूक्रेन पर 3 साल में सबसे बड़ा रूसी हमला, 298 ड्रोन दागे

रूस ने शनिवार रात यूक्रेन पर 3 साल में सबसे बड़ा हमला किया। यूक्रेनी एयरफोर्स के मुताबिक रूस ने कीव पर 367 हथियारों से हमले किए। इसमें 9 बैलिस्टिक मिसाइलें, 60 क्रूज मिसाइलें और 298 ड्रोन थे।

एयरफोर्स ने दावा किया कि वे 266 ड्रोन और 45 मिसाइलों को मार गिराने में सफल रहे। हालांकि इस हमले में तीन बच्चों समेत 13 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए।

इससे पहले रूस ने 17 मई को यूक्रेन पर 273 ड्रोन से हमला किया था। यह तब यूक्रेन पर किया गया सबसे बड़ा ड्रोन हमला था।

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प से रूस पर एक्शन लेने की मांग की। उन्होंने टेलीग्राम पर लिखा-

अमेरिका और दुनिया के अन्य देशों की चुप्पी पुतिन को बढ़ावा देती है। रूस का ऐसा आतंकवादी हमला उस पर प्रतिबंध लगाने के लिए काफी है।

यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब यूक्रेन और रूस कैदियों की अदला-बदली की तैयारी कर रहे हैं। दोनों देश एक-दूसरे के 1000-1000 कैदियों को रिहा करेंगे।

रूस के यूक्रेन पर हमले की 4 तस्वीरें…

रुसी हमले में 13 लोग मारे गए और दर्जनों लोग घायल हो गए।

रुसी हमले में 13 लोग मारे गए और दर्जनों लोग घायल हो गए।

हमले में यूक्रेन के खार्किव, माइकोलाइव और टेरनोपिल शहर में सबसे ज्यादा तबाही हुई।

हमले में यूक्रेन के खार्किव, माइकोलाइव और टेरनोपिल शहर में सबसे ज्यादा तबाही हुई।

हमले के बाद सुरक्षा कर्मियों ने आग बुझाई और फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला।

हमले के बाद सुरक्षा कर्मियों ने आग बुझाई और फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला।

विस्फोट से ऊंची इमारतों के अपार्टमेंट की खिड़कियां और दीवार टूट गईं।

विस्फोट से ऊंची इमारतों के अपार्टमेंट की खिड़कियां और दीवार टूट गईं।

रूस-यूक्रेन के बीच 614 कैदियों की अदला-बदली

रूस और यूक्रेन ने 24 मई को एक-दूसरे के 307-307 कैदियों की अदला-बदली की। आज 303-303 कैदियों को रिहा किया जाएगा। यह तीन साल से जारी जंग में सबसे बड़ी कैदी अदला-बदली का हिस्सा है।

शनिवार को हुए अदला-बदली की जानकारी रूस के रक्षा मंत्रालय और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने टेलीग्राम पर दी। जेलेंस्की ने लिखा- कल और रिहाई होने की उम्मीद है, हमारा लक्ष्य हर एक यूक्रेनी को रूस के कैद से वापस लाना है।

इससे पहले 23 मई को दोनों देशों ने 390-390 कैदियों को रिहा किया था। तीन दिनों में दोनों पक्षों से 1-1 हजार कैदियों को रिहा किया जाना है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि यह अदला-बदली मॉस्को और कीव के बीच शांति समझौते की कोशिशों में नया चरण शुरू कर सकती है।

रिहाई के बाद की 2 तस्वीरें

यूक्रेन पहुंचने के बाद अपने बेटे को गले लगाता पिता।

यूक्रेन पहुंचने के बाद अपने बेटे को गले लगाता पिता।

रिहाई के बाद घर पहुंचे लोगों का परिवार वालों ने स्वागत दिया।

रिहाई के बाद घर पहुंचे लोगों का परिवार वालों ने स्वागत दिया।

16 मई को इस्तांबुल में रूस-यूक्रेन के बीच 4 पाॅइंट पर बातचीत हुई

  • कैदी अदला-बदली: 16 मई को इस्तांबुल में रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडलों के बीच हुई बातचीत के बाद दोनों देशों ने 1-1 हजार कैदियों की अदला-बदली पर सहमति जताई थी।
  • सीजफायर: यूक्रेन ने 30 दिन के सीजफायर की मांग की थी, लेकिन रूस ने इसे स्वीकार नहीं किया। रूस ने शर्त रखी कि यूक्रेन को चार इलाकों (दोनेत्स्क, लुहान्स्क, जपोरिझिया, खेरसॉन) से पूरी तरह पीछे हटना होगा, जिनमें लगभग 1.1 करोड़ यूक्रेनी नागरिक रहते हैं। जिसे यूक्रेन ने अस्वीकार कर दिया था।
  • शांति समझौता: तुर्की के विदेश मंत्री हाकन फिदान ने कहा था कि दोनों देश दोबारा मिलने को तैयार हैं, लेकिन कोई नई तारीख तय नहीं हुई। रूस ने यूक्रेन को शांति समझौते का मसौदा देने की बात कही।
  • क्षेत्रों पर नियंत्रण: दोनों देशों के बीच सुरक्षा गारंटी और प्रतिबंधों पर चर्चा हुई, लेकिन कोई सहमति नहीं बनी। रूस ने क्रीमिया और अन्य कब्जे वाले क्षेत्रों पर नियंत्रण की मांग की, जबकि यूक्रेन ने अपनी संप्रभुता की रक्षा पर जोर दिया।

जानिए क्यों शुरू हुई रूस-यूक्रेन की जंग

फरवरी 2022- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हमले का ऐलान करते ही यूक्रेन में रूसी टैंक धड़धड़ाते हुए घुसने लगे। तब के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बोले- पुतिन से बातचीत का कोई प्लान नहीं है। उन्होंने पूरी दुनिया को खतरे में डाल दिया है। रूस को यूक्रेन पर हमले की गंभीर कीमत चुकानी होगी।

फरवरी 2025- अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पुतिन से फोन पर 90 मिनट तक बात की। इसके बाद सऊदी अरब में यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और अमेरिकी के बीच हाई लेवल मीटिंग हुई। इसमें यूक्रेन को नहीं रखा गया। ट्रम्प ने पुतिन की तारीफ की और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को ‘तानाशाह’ कह दिया।

मई 2025- रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति बातचीत 2025 में तेज हुई, खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पहल के बाद। हाल के दिनों में कैदी अदला-बदली हुई है, लेकिन क्षेत्रीय नियंत्रण और सुरक्षा गारंटी पर मतभेद बने हुए हैं।



                                    Hot this week

                                    Related Articles

                                    Popular Categories