Wednesday, December 31, 2025

              अहमदाबाद प्लेन हादसा: जिंदा बचे इकलौते यात्री से मिले PM मोदी, हालचाल जाना, 10 मिनट बातचीत की, रमेश ने बताया- मुझे विश्वास नहीं होता कि मैं कैसे जिंदा बाहर निकला

              अहमदाबाद: अहमदाबाद प्लेन हादसे में जिंदा बचे इकलौते यात्री रमेश विश्वास कुमार ने बताया कि मुझे विश्वास नहीं होता कि मैं कैसे जिंदा बाहर निकला। शायद दरवाजा टूटा और सीट समेत नीचे गिर गया। मुझे कुछ याद नहीं था।

              रमेश कुमार अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती हैं। PM मोदी ने शुक्रवार को उनसे मुलाकात की और हालचाल जाना। दोनों के बीच करीब 10 मिनट बातचीत हुई।

              इसके बाद रमेश ने DD न्यूज से बातचीत में कहा, PM ने उनका हालचाल जाना और पूछा कि हादसा कैसे हुआ। रमेश प्लेन की 11A सीट पर बैठे थे। हादसे के बाद वे घटनास्थल से खुद पैदल चलकर बाहर निकले।

              पीएम मोदी ने विश्वास से करीब 5 मिनट बात की।

              पीएम मोदी ने विश्वास से करीब 5 मिनट बात की।

              रमेश ने कहा- मुझे विश्वास नहीं होता, मैं कैसे जिंदा बचा

              सवाल: हादसा कैसे हुआ?

              जवाब: सब कुछ मेरे सामने हुआ। मुझे पता नहीं कैसे यह हुआ। मुझे विश्वास नहीं होता कि मैं कैसे जिंदा बाहर निकला। थोड़े वक्त के लिए लगा था कि मैं भी मरने वाला हूं। मेरी आंख खुली तो लगा कि मैं जिंदा हूं। मैंने सोचा मैं यहां से निकल सकता हूं और मैं निकल गया।

              सवाल: फ्लाइट के टेक ऑफ होते ही क्या हुआ?

              जवाब: टेक ऑफ होते ही पांच-दस सेकेंड के अंदर लगा कि स्टाप हो गया हो है। बाद में ग्रीन और व्हाइट लाइट ऑन हो गई। फिर जैसे ही स्पीड बढ़ाई। उसी समय गिर गया और धमाका हो गया।

              सवाल: जब फ्लाइट हॉस्टल पर गिरी तभी आप बाहर निकले थे।

              जवाब: मेरी सीट प्लेन के जिस हिस्से में थी, वो बिल्डिंग के निचले हिस्से से टकराया होगा। ऊपर के हिस्से में आग लग गई थी, कई लोग वहीं फंसे गए। शायद मैं सीट समेत नीचे गिर गया था। मैं जैसे-तैसे निकल पाया। दरवाजा टूट गया था और सामने कुछ खाली जगह दिखी, तो निकलने की कोशिश की। दूसरी साइड पर दीवार थी, वहां से शायद कोई नहीं निकल सका। आंखों के सामने ही दो एयर होस्टेस, एक अंकल-आंटी और सब कुछ जल रहा था।

              सवाल: आप पैदल चलकर आए वहां से।

              जवाब: हां।

              प्लेन हादसे के बाद रमेश विश्वास कुमार घटनास्थल से खुद ही पैदल चलकर बाहर आए थे।

              अस्पताल में भर्ती रमेश विश्वास कुमार। उन्हें चेहरे और शरीर पर जख्म आए हैं।

              अस्पताल में भर्ती रमेश विश्वास कुमार। उन्हें चेहरे और शरीर पर जख्म आए हैं।

              विमान में 242 लोग सवार थे, 241 की जान चली गई

              एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171 (बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन) अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। गुरुवार दोपहर 1.40 बजे क्रैश हो गई। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। एक यात्री जिंदा बचा है। 240 लोगों की मौत हुई है।

              प्लेन जिस बिल्डिंग से टकराया, वहां अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। जानकारी के मुताबिक हादसे के समय इमारत में 50 से 60 डॉक्टर मौजूद थे, इनमें 15 से ज्यादा घायल हो गए हैं। हादसे की जगह से मिले ज्यादातर शव पूरी तरह से झुलस गए।

              रमेश विश्वास कुमार का टिकट, वे 11A नंबर की सीट पर बैठे थे।

              रमेश विश्वास कुमार का टिकट, वे 11A नंबर की सीट पर बैठे थे।

              क्रैश के बाद हॉस्टल के बाहर की 4 तस्वीरें…

              अहमदाबाद एयरपोर्ट से विमान गुरुवार दोपहर 1.38 बजे उड़ा और 1.40 बजे क्रैश हुआ।

              अहमदाबाद एयरपोर्ट से विमान गुरुवार दोपहर 1.38 बजे उड़ा और 1.40 बजे क्रैश हुआ।

              प्लेन अहमदाबाद सिविल अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों के हॉस्टल की 4 बिल्डिंग पर क्रैश हुआ।

              प्लेन अहमदाबाद सिविल अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों के हॉस्टल की 4 बिल्डिंग पर क्रैश हुआ।

              हॉस्टल के बाहर पड़ा प्लेन के स्ट्रक्चर का हिस्सा।

              हॉस्टल के बाहर पड़ा प्लेन के स्ट्रक्चर का हिस्सा।

              हॉस्टल बिल्डिंग में धंसा प्लेन।

              हॉस्टल बिल्डिंग में धंसा प्लेन।


                              Hot this week

                              रायपुर : उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने 5.74 करोड़ रूपए के सड़क निर्माण कार्यों का किया भूमिपूजन

                              कवर्धा विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्र को मिली बड़ी सौगातरायपुर:...

                              रायपुर : नगरी अंचल में हरित क्रांति की नींवः फुटहामुड़ा नहर से 22 गांवों को मिलेगी स्थायी सिंचाई

                              रायपुर: धमतरी जिले के नगरी विकासखंड में बहुप्रतीक्षित फुटहामुड़ा...

                              रायपुर : डिजिटल टोकन से बदली धान खरीदी की तस्वीर

                              सर्वाधिक समर्थन मूल्य से किसान बन रहे आत्मनिर्भरकिसान तुहंर...

                              Related Articles

                              Popular Categories