बिलासपुर जिले में अवैध रेत उत्खनन के कारण हुए गड्ढे में भरे पानी में डूबने से एक 7 साल के मासूम की मौत हो गई है। बताया गया है कि बच्चा स्कूल से वापस लौटकर नहाने के लिए गया था। जहां उसकी डूबने से मौत हो गई है। परिजनों को इस बात का पता तब चला जब आस-पास के लोगों ने उसे पानी से भरे गड्ढे में ऊपर तैरती हुई उसकी लाश देखी। पूरा मामला कोनी थाना क्षेत्र का है। कछार अरपा नदी के तट पर बसा है। यहां नदी से रेत का अवैध उत्खनन लंबे समय से चल रहा है। नदी में चारों ओर मशीनों से, रेत निकालने के लिए बड़े-बड़े गड्ढे कर दिए गए हैं। उसमें डूबकर मौत की घटनाएं भी होती रहती हैं।
भाई बोला मैं भी चलूंगा तो उसको मना कर दिया
जानकारी के मुताबिक कछार गांव निवासी 07 साल का आयुष सेंदरी के प्राथमिक शाला में दूसरी कक्षा का छात्र था। दोपहर 12 बजे के लगभग स्कूल से छुट्टी के बाद घर पहुंचा था। इसके बाद उसने अपना बैग घर पर ही छोड़ दिया और नहाने चला गया। इसी दौरान उसका छोटा भाई भी बोला की भईया मैं भी तुम्हारे साथ नहाने जाउंगा। पर आयुष ने छोटे भाई को अपने साथ ले जाने से मना कर दिया और खुद ही नहाने के लिए अकेले निकल गया।
अवैध उत्खनन के चलते गड्ढा इतना बड़ा हो गया है।
काफी देर तक वापस नहीं लौटा
लगभग 12 बजे आयुष नहाने के लिए गया था। पर काफी देर बीत जाने के बाद भी वो वापस नहीं लौटा। जिस पर परिजन उसका पता लगाने लगे। इस बीच गांव के ही कुछ लोग पहुंचे और आयुष के पिता संदीप को बताया कि गड्ढे में भरे पानी में आयुष की लाश पड़ी हुई है। ये सुनते ही संदीप रोने लगा और तुरंत मौके पर रवाना हो गया।
घटना के बाद आस-पास के लोग भी मौके पर पहुंच गए।
लंबे समय से चल रहा रेत का अवैध उत्खनन
वहीं कोनी पुलिस को भी इस बात की जानकारी दी गई। जिसके बाद बच्चे के शव को पानी से निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। इधर, ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ये गड्ढा अवैध रेत उत्खनन के कारण इतना बड़ा हो गया। जिसके कारण आज बच्चे की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में आज से नहीं बल्कि काफी लंबे समय से रेत उत्खनन का काम किया जा रहा है। हम कई बार शिकायत भी कर चुके हैं। फिर भी अब तक किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। आज आखिरकार एक बच्चे को अपनी जान गंवानी पड़ी है। जिसके चलते अब ग्रामीणों में भी काफी नाराजगी है।