उत्तराखंड: चमोली जिले के थराली में शुक्रवार देर रात बादल फट गया। हादसा रात 1 से 2 बजे के बीच हुआ। आसपास के दो गांव सागवाड़ा और चेपड़ों में काफी नुकसान हुआ।
चमोली के DM संदीप तिवारी ने बताया कि थराली तहसील मुख्यालय के एक किलोमीटर के दायरे में कई जगहों पर तबाही मच गई क्योंकि स्थानीय नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया।
चेपड़ों गांव में एक व्यक्ति लापता है, जबकि सागवाड़ा में एक घर पर मलबा गिरने से एक लड़की दब गई थी। कुछ घंटो बाद उसका शव बरामद कर लिया गया। दोनों गांवों में मिलाकर कुल 70-80 घरों में करीब 2 फीट तक मलबा घुस गया।
थराली को जोड़ने वाला कर्णप्रयाग-ग्वालदम नेशनल हाईवे मिंग गधेरा के पास मलबा आने के कारण बंद हो गया है।
उत्तराखंड में पिछले 18 दिनों में बादल फटने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 5 अगस्त को धराली में बादल फटा था, जिसमें 5 की मौत हुई और 100 से ज्यादा लापता हुए।
उधर मौसम विभाग ने शनिवार को 19 राज्यों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया। उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड में मध्यम बारिश होने की संभावना है
हिमाचल प्रदेश में 23 से 26 अगस्त तक भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट है। बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से नेशनल हाईवे-305 समेत 347 सड़कें अभी भी बंद हैं। 20 जून से मानसून शुरू होने के बाद से अब तक 295 मौतें हो चुकी हैं।
थराली हादसा, तबाही और रेस्क्यू…
1. रात में बादल फटा, 2 तस्वीरें

उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार देर रात 1 बजे बादल फटा। नदियां ओवरफ्लो हो गईं।

थराली तहसील के आसपास एक किमी के दायरे में मलबा फैल गया।
2. हादसे के बाद की स्थिति, 3 तस्वीरें..

उत्तराखंड के थराली में बादल फटने के बाद बड़े-बड़े पत्थर रिहायशी इलाके में आकर गिर गए।

पहाड़ से मलबा नीचे स्थित घरों और दुकानों पर गिर गया।

मलबा सड़क पर आने से वहां खड़ी कई गाड़ियां मलबे में दब गईं।
3. सुबह रेस्क्यू, 3 तस्वीरें…
सेना के 50 जवानों की एक टीम रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए शनिवार सुबह थराली पहुंची।
थराली में लैंडस्लाइड के बाद राहत-बचाव की टीम घटनास्थल पर पहुंची।
थराली के घरों में पानी भर गया, बड़ा पेड़ गिर जाने से रास्ता भी ब्लॉक हो गया।

(Bureau Chief, Korba)