Thursday, September 4, 2025

बांग्लादेश के होटल में अमेरिकी अधिकारी की मौत से हड़कंप, भारतीय सीक्रेट एजेंसियों ने चिंता जताई; शव बिना पोस्टमॉर्टम US दूतावास को सौंपा

ढाका: बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक होटल में शनिवार को अमेरिकी स्पेशल फोर्सेज कमांड के एक बड़े अधिकारी की लाश मिलने से हड़कंप मच गया। इस अधिकारी का नाम टेरेन्स अरवेल जैक्सन था।

भारतीय खुफिया एजेंसियों ने भी इस मामले पर चिंता जताई है। वे इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं। हालांकि, भारत ने इस मामले पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।

मीडिया रिपोर्ट्स में बांग्लादेश की खुफिया एजेंसियों के हवाले से बताया गया है कि जैक्सन कई महीनों से ढाका में थे और 29 अगस्त को वेस्टिन होटल में रुके थे। लेकिन उनकी यात्रा का असली मकसद क्या था, यह साफ नहीं है।

उनके शव को बिना पोस्टमॉर्टम या जांच के अमेरिकी दूतावास को सौंप दिया गया, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं। भारत यह जानना चाहता है कि जैक्सन बांग्लादेश में किससे मिले और किन जगहों पर गए।

ढाका का वेस्टिन होटल, जिसमें अमेरिकी अधिकारी का शव मिला है।

ढाका का वेस्टिन होटल, जिसमें अमेरिकी अधिकारी का शव मिला है।

भारतीय अधिकारी मामले पर नजर रख रहे

भारतीय खुफिया एजेंसियों ने जैक्सन की मौत को क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर मुद्दा माना है। भारतीय अधिकारी इस बात पर नजर रख रहे हैं कि जैक्सन ढाका में किन लोगों से मिले और उनकी एक्टिविटी क्या थी।

बांग्लादेश में हाल के राजनीतिक बदलाव और रीजन में अमेरिकी एक्टिविटी की बढ़ती मौजूदगी ने भारत की चिंताओं को और बढ़ा किया है। भारतीय एजेंसियों को शक है कि जैक्सन की मौजूदगी का संबंध बांग्लादेश-म्यांमार बॉर्डर पर चल रही एक्टिविटी से हो सकता है।

जैक्सन करीब 50 साल के थे और उत्तरी कैरोलिना के रहने वाले थे। उन्होंने 20 साल से ज्यादा अमेरिकी सेना में काम किया और कई युद्धों में हिस्सा लिया। एक भारतीय खुफिया अधिकारी ने मीडिया को बताया कि जैक्सन 2006 में सेना में शामिल हुए थे और जल्द ही रिटायर होने वाले थे।

पूर्व अमेरिकी राजदूत 1 साल में 6 बार बांग्लादेश आए

इसके साथ ही, अमेरिका के पूर्व राजदूत पीटर हास की बार-बार बांग्लादेश यात्रा से भी शक पैदा कर रही हैं। हास अब एक अमेरिकी कंपनी के सलाहकार हैं और पिछले एक साल में छह बार बांग्लादेश आए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीटर हास ने 5 अगस्त को कॉक्स बाजार में ऐसे ग्रुप के नेताओं से मुलाकात की, जो बांग्लादेश के हालिया राजनीतिक आंदोलन से जुड़े थे। बता दें कि बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में ही रोहिंग्या शरणार्थियों का सबसे बड़ा कैंप है।

पीटर हास बांग्लादेश में अमेरिका के राजदूत रह चुके हैं। बांग्लादेशी लोगों ने मिलते हुए उनकी 2022 की तस्वीर।

पीटर हास बांग्लादेश में अमेरिका के राजदूत रह चुके हैं। बांग्लादेशी लोगों ने मिलते हुए उनकी 2022 की तस्वीर।



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